PHOTOS: उत्तराखंड सुरंग से सुरक्षित निकले 15 मजदूर कब लौट रहे हैं झारखंड, हेमंत सोरेन सरकार की क्या है तैयारी?
उत्तराखंड सुरंग से निकले मजदूरों को ऋषिकेश एम्स में रखा गया है. वे चिकित्सकों की निगरानी में हैं. झारखंड से गये जैप आईटी के सीइओ भुवनेश प्रताप सिंह ने बताया कि मजदूर संभवत: गुरुवार तक अस्पताल में ही रहेंगे. शुक्रवार को अनुमति मिल गयी तो उन्हें एयरलिफ्ट कर रांची लाया जायेगा. उनके परिजन भी साथ होंगे.
झारखंड से जैप आईटी के सीइओ भुवनेश प्रताप सिंहके अलावा श्रमायुक्त राजेश प्रसाद व राकेश प्रसाद भी उत्तराखंड में ही हैं. तीनों अधिकारियों ने ऋषिकेश में मजदूरों से बात की. झारखंड के मजदूरों को अपना नंबर भी दिया और कहा कि किसी प्रकार की जरूरत होगी तो अवश्य फोन करें.
मजदूरों ने अधिकारियों से कहा कि वे जल्द घर जाना चाहते हैं ताकि परिवारवालों से मुलाकात हो सके. अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार उन्हें रांची ले आने के लिए प्रयासरत हैं. परिजनों के लिए भी ऋषिकेश में ही स्थानीय प्रशासन ने रहने व खाने-पीने की व्यवस्था की है.
ऋषिकेश एम्स के डॉक्टरों द्वारा फिट घोषित किए जाने के बाद उत्तराखंड सुरंग से सुरक्षित निकले झारखंड के सभी 15 श्रमिकों को एयरलिफ्ट कर लाया जाएगा. झारखंड सरकार के अधिकारियों की टीम वहां तैनात है और वस्तुस्थिति की जानकारी ली जा रही है. आपको बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने मजदूरों से बात की थी.
राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष झारखंड के श्रमिकों के परिवार से लगातार संपर्क में है. श्रमिकों के परिजन अपने प्रियजन की सुरक्षित टनल से बाहर आने और झारखंड सरकार से मिल रहे सहयोग से खुश हैं. इधर, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी भी लगातार नजर बनाए हुए थे. इसी का नजीता है कि सभी मजदूर सुरक्षित बाहर निकल आए हैं.
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के आदेश के बाद उत्तराखंड के यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर निर्माणाधीन टनल से सुरक्षित रेस्क्यू किए गए झारखंड के 15 श्रमिकों की देखभाल और उनकी सुरक्षित झारखंड वापसी के लिए अधिकारियों की टीम उत्तराखण्ड में वस्तुस्थिति का लगातार जायजा ले रही है. उत्तराखंड सरकार ने भी जिंदगी जीतने के बाद मजदूरों का हौसला बढ़ाया.
श्रमिकों की सिलक्यारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य जांच हुई है. इन्हें ऋषिकेश एम्स भेजा गया है. राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष द्वारा सभी 15 श्रमिकों के परिवार को फोन कर उनके कुशलता की जानकारी दी गई है. मजदूरों की सुरक्षित निकासी को लेकर जनरल वीके सिंह भी उत्तराखंड के सीएम के साथ मौके पर मुस्तैद थे.
राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष झारखंड के श्रमिकों के परिवार से लगातार संपर्क में है. श्रमिकों के परिजन अपने प्रियजन की सुरक्षित टनल से बाहर आने और झारखंड सरकार से मिल रहे सहयोग से खुश हैं.
फिलहाल श्रम विभाग के प्रतिनिधियों ने सभी 15 श्रमिकों से सिलक्यारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मुलाकात की है. श्रमिकों को ऋषिकेश स्थित एम्स भेजा गया है, जहां उनकी गहन जांच की जाएगी.
ऋषिकेश स्थित एम्स के डॉक्टरों द्वारा फिट घोषित के बाद झारखंड सरकार द्वारा सभी श्रमिकों को एयरलिफ्ट कर झारखंड लाया जाएगा. झारखंड के विभिन्न जिलों के कुल 15 मजदूर हैं.