रांची: उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा व डंडलगांव के बीच निर्माणाधीन सुरंग में झारखंड से 15 मजदूर फंसे हुए हैं. इनमें रांची जिले के ओरमांझी प्रखंड के खीराबेड़ा गांव के तीन मजदूर शामिल हैं. जल्द ही सुरंग से सुरक्षित बाहर निकाले जाने की खबर मिलते ही परिजनों ने राहत की सांस ली है. इनके चेहरे पर रौनक लौट गयी है. रांची जिले के ओरमांझी प्रखंड के खीराबेड़ा गांव के मजदूर अनिल बेदिया, राजेंद्र बेदिया एवं सुकराम बेदिया के परिजनों ने खुशी में मिठाई बंटवायी. पूरे गांव में खुशी की लहर है. सभी बस इनकी एक झलक देखने को बेताब हैं. मजदूर अनिल बेदिया की मां ने कहा कि अच्छी खबर सुनकर परिवार के लोग बेहद खुश हैं. पूरे गांव में खुशी का माहौल है. अब बस उसे अपनी आंखों में देखना चाहती हूं. 17 दिनों से बेटा सुरंग में फंसा हुआ है. उन्हें काफी चिंता थी. राहत की खबर मिलने से भरोसा बढ़ा है. उनकी आंखें अपने बेटे को देखने के लिए तरस रही हैं.
इन जिलों के फंसे हैं मजदूर
झारखंड के रांची, खूंटी, गिरिडीह, पूर्वी सिंहभूम व पश्चिमी सिंहभूम जिले के मजदूर सुरंग में फंसे हैं. कड़ी मशक्कत से उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है. इससे परिजनों में बेहद खुशी है. उनके परिजनों को उनके सुरक्षित बाहर निकलने का बेसब्री से इंतजार है. सभी उनकी एक झलक पाने को बेताब हैं. सुरंग के बाहर कई मजदूरों के परिजन मौजूद हैं. जानकारी के अनुसार रांची के तीन, खूंटी के तीन, गिरिडीह जिले के बिरनी के दो, पश्चिमी सिंहभूम जिले से एक और पूर्वी सिंहभूम से छह मजदूर सुरंग में फंसे हुए हैं.
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रांची के मजदूरों के ये हैं नाम
रांची जिले के ओरमांझी प्रखंड के खीराबेड़ा गांव के मजदूर अनिल बेदिया, राजेंद्र बेदिया एवं सुकराम बेदिया सुरंग में फंसे हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. जल्द ही ये सुरंग से बाहर होंगे. मंगलसूचना मिलते ही परिजनों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गयी. अब परिजनों को उनके घर लौटने का बेसब्री से इंतजार है.