Jharkhand Weather: बंगाल की खाड़ी में बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन लो प्रेशर एरिया का व्यापक असर झारखंड में दिख रहा है. पिछले 24 घंटे में राज्य में लगभग सभी स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हुई जबकि कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा भी दर्ज गई. राज्य में मानसून सक्रिय रहा. सबसे अधिक वर्षा 160.2 एमएम गोड्डा (सुंदरपहाड़ी) में दर्ज किया गया. वहीं सबसे अधिक उच्चतम तापमान 31.4 डिग्री सेल्सियस चाइबासा में और सबसे न्यूनतम तापमान 22.4 डिग्री सेल्सियस रांची में दर्ज किया गया. आज भी राज्य के लगभग सभी जिलों में बारिश हो रही है. संताल परगना के कुछ जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया है.
लो प्रशेर की वजह से 22 सितंबर को दुमका, गोड्डा, पाकुड़, और साहिबगंज में भारी से बहुत भारी बारिश के आसार हैं. इसलिए यहां ऑरेंज अलर्ट जारी है. राज्य के उत्तर-पूर्वी और निकटवर्ती उत्तरी भागों में भी कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है. 23 सितंबर को राज्य के उत्तर पूर्वी भागों में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है. इसके अलावा 24 से 28 सितंबर तक भी राज्य के कई जिलों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश की भी संभावना जताई है.
इन जिलों में बारिश की चेतावनी, कुछ जिलों में ऑरेंज अलर्ट
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22 सितंबर को दुमका, गोड्डा, पाकुड़, और साहिबगंज में भारी से बहुत भारी बारिश के आसार हैं. ऐसे में इन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
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22 सितंबर को देवघर, धनबाद, दुमका, गिरिडीह, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़, साहिबगंज, कोडरमा, हजारीबाग और चतरा जिले में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है.
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23 सितंबर को भी राज्य के उत्तर पूर्वी भागों (देवघर, धनबाद, दुमका, गिरिडीह, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़, साहिबगंज) में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है.
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इसके अलावा 24 सितंबर तक राज्यभर में गर्जन और वज्रपात की भी आशंका जताई गई है. इसे लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है.
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मौमस केंद्र ने 24 से 28 सितंबर तक भी राज्य के कई जिलों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश की भी संभावना जताई है.
झारखंड और आसपास के क्षेत्र पर है लो प्रेशर
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मौसम केंद्र के प्रभारी अभिषेक आनंद के मुताबिक झारखंड और आसपास के क्षेत्र पर कम दबाव का क्षेत्र कम चिह्नित हो गया है. हालांकि, संबंधित चक्रवाती परिसंचरण पश्चिम झारखंड और आसपास के क्षेत्र पर है और समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है.
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औसत समुद्र तल पर मानसून टर्फ जैसलमेर, सिबपुरी, सीधी, गया, दीघा से होकर गुजरती है और वहां से पूर्व दक्षिण पूर्व की ओर बंगाल की उत्तरी खाड़ी तक जाती है.
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दूसरा सिक्किम से लेकर बिहार होते हुए दक्षिण मध्य महाराष्ट्र तक, पश्चिमी झारखंड, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश पर चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 1.5 और 5.8 किमी के बीच है.
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25 सितंबर के आसपास पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं.
अब भी राज्य में सामान्य से 32 मिमी कम बारिश
पिछले 24 घंटे में झारखंड में सबसे अधिक गोड्डा में 124.8 मिमी बारिश हुई है. मौसम विभाग के अनुसार, झारखंड में एक जून से अब तक सामान्य से 29 मिमी कम बारिश हुई है. इस अवधि में सामान्यत: 970 मिमी बारिश होनी चाहिए, लेकिन अब तक 688.6 मिमी ही बारिश हुई है. फिलहाल, साहिबगंज और गोड्डा में सामान्य से 7 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है. सबसे खराब स्थिति चतरा की है. यहां 58 प्रतिशत कम बारिश हुई है. वहीं, रांची में 29 प्रतिशत कम बारिश हुई है.