झारखंड के वेटनरी कॉलेज में दाखिले पर लगी रोक, जल्द से नहीं हुआ ये काम तो मान्यता भी हो सकती है रद्द
रांची बीएयू अंतर्गत वेटनरी कॉलेज में इस साल छात्र दाखिला नहीं ले पाएंगे. नियमित शिक्षकों व कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं होने के कारण वेटनरी काउंसिल ऑफ इंडिया ने रोक लगा दी है. बोर्ड ने कहा है कि अगर इस पर जल्द से जल्द कदम नहीं उठाया गया तो कॉलेज की मान्यता रद्द भी की जा सकती है.
रांची : वेटनरी काउंसिल ऑफ इंडिया (वीसीआइ) ने बीएयू अंतर्गत वेटनरी कॉलेज (सत्र 2022-23) में स्नातक स्तर पर नामांकन लेने पर रोक लगा दी है. नियमित शिक्षकों व कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं होने के कारण रोक लगायी गयी है. वीसीआइ ने मुख्य सचिव व कृषि सचिव को पत्र भेजकर चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र ही नियमित शिक्षकों और कर्मियों की नियुक्ति नहीं की गयी, तो कॉलेज की मान्यता रद्द करने की कार्रवाई की जायेगी. झारखंड राज्य निर्माण से पहले से ही वेटनरी कॉलेज में शिक्षकों और कर्मियों के पद खाली रहते आये हैं. पिछले दो दशकों में शिक्षक व कर्मी सेवानिवृत्त होते गये, पर उनकी जगह पर नयी नियुक्ति नहीं हो पायी.
शिक्षकों के 125 में 100 पद रिक्त :
वेटनरी कॉलेज में शिक्षकों के 125 स्वीकृत पद में से 100 पद खाली हैं. कॉलेज में 27 अनुबंधित व पांच प्रतिनियुक्त शिक्षकों से काम चलाया जा रहा है. वहीं, कर्मचारियों के 50 प्रतिशत से अधिक पद रिक्त हैं. पीजी के 17 विभागों में से 11 विभाग बंद हैं.
कॉलेज में 60 सीटों पर होता है नामांकन :
कॉलेज में हर सत्र में 60 सीटों पर नामांकन होता है. राज्य सरकार के कोटा से झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद के माध्यम से 51 सीटों पर और वीसीआइ कोटा से नौ सीटों पर नामांकन लिया जाता है. वीसीआइ ने नियमित शिक्षकों और कर्मियों के नहीं रहने के कारण वर्ष 2012 में मान्यता रद्द कर दी थी. इससे दो सत्र का नामांकन प्रभावित हुआ था. इसके बाद हाइकोर्ट, राजभवन व राज्य सरकार की पहल पर वीसीआइ ने 31 अक्तूबर 2015 तक शिक्षकों व कर्मचारियों की नियुक्ति करने की शर्त पर सत्र 2014-15 से नामांकन प्रक्रिया शुरू करने की अनुमति दी.