तुपुदाना ओपी में विकास कुमार से पिटाई मामले में NHRC ने रांची के SSP से मांगी रिपोर्ट, 11 नवंबर तक का दिया समय
आयोग ने एसएसपी से पूछा है कि उस जांच रिपोर्ट का क्या परिणाम आया? अब तक क्या विभागीय कार्रवाई हुई है? आयोग ने कहा कि इस मामले में अगर समय पर रिपोर्ट नहीं मिली, तो प्रावधान के अनुरूप कार्रवाई होगी
रांची: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने राजधानी के तुपुदाना ओपी में विकास कुमार नामक युवक की बेरहमी से हुई पिटाई के मामले में रांची के एसएसपी चंदन सिन्हा से अब तक हुई कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है. आयोग ने एसएसपी को 11 नवंबर तक इस मामले की रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है. आयोग ने कहा है कि तुपुदाना ओपी में विकास कुमार पर थर्ड डिग्री टॉर्चर करने का आरोप लगा है. अमानवीय तरीके से उसकी पिटाई हुई है. यह घटना 10 जनवरी की है. इस मामले में डीसी के माध्यम एसएसपी ने जांच भी की थी. इस मामले को जांच में सही पाया गया था और तत्कालीन थाना प्रभारी मीरा सिंह और एएसआइ सुनील कुमार सिंह को दोषी माना गया था. इनके खिलाफ विभागीय जांच की अनुशंसा की गयी थी. आयोग ने एसएसपी से पूछा है कि उस जांच रिपोर्ट का क्या परिणाम आया? अब तक क्या विभागीय कार्रवाई हुई है? आयोग ने कहा कि इस मामले में अगर समय पर रिपोर्ट नहीं मिली, तो प्रावधान के अनुरूप कार्रवाई होगी. फिलहाल मीरा सिंह और सुनील कुमार सिंह तुपुदाना ओपी में ही तैनात हैं.
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बाबूलाल ने भेजा था शिकायत पत्र :
इधर, इस मामले में वर्तमान भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री और एनएचआरसी को शिकायत पत्र भेजा था. इसमें कहा गया था कि ओपी प्रभारी मीरा सिंह तुपुदाना क्षेत्र में एक अपार्टमेंट में सुपरवाइजर का काम करनेवाले विकास कुमार नामक युवक को चोरी के आरोप में थाना लेकर आयी थी. चोरी और अपराध रोकने में नाकाम पुलिस ने इस युवक की बेरहमी से पिटाई की थी.
भुक्तभोगी विकास कुमार इटखोरी का रहने वाला है. वह माया रेसिडेंसी नामक अर्पाटमेंट में सुपरवाइजर था. श्री मरांडी ने अपने पत्र में पूरी घटना की विस्तृत जानकारी दी थी. श्री मरांडी ने यह भी बताया था कि युवक का पिटाई के बाद सदर अस्पताल में इलाज कराया गया. ओपी प्रभारी मीरा सिंह और सुनील सिंह की बर्खास्तगी की मांग श्री मरांडी ने की थी. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की इस शिकायत को एनएचआरसी ने गंभीरता से लिया है.