करम पूर्व संध्या समारोह में झूमे ग्रामीण
केंद्रीय सरना समिति का करम पूर्व संध्या सह सम्मान समारोह
प्रतिनिधि, मैक्लुस्कीगंज : करमा पर्व झारखंड की संस्कृति और सभ्यता का अतुल्य धरोहर है. इस पारंपरिक पर्व को भावी पीढ़ी के लिए संजो कर रखना हमारा कर्तव्य है. आदिवासी समाज को शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक परंपरा को भी बनाये रखने की जरूरत है. उक्त बातें केंद्रीय सरना समिति मैक्लुस्कीगंज द्वारा आयोजित करम पूर्व संध्या सह सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि तमाड़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक विकास सिंह मुंडा ने कही. उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक चेतना के क्षेत्र में काम करने की आवश्यकता है. विशिष्ट अतिथि इंदिरा देवी व बिगन सिंह भोक्ता ने कहा कि प्रकृति की रक्षा से ही समाज का विकास होगा. करमा का त्योहार आदिवासी संस्कृति को नया जीवन देता है. इससे पर्यावरण में शुद्धता आती है. आदिवासी समाज को शिक्षा के साथ- साथ सामाजिक परंपरा को भी बनाये रखने की जरूरत है. सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष कमल मुंडा ने कहा कि अकाल जैसे विषम परिस्थितियों सहित अन्य संकटों से निजात दिलाने के लिए हम सभी प्रकृति के सरना देवता से प्रार्थना करते हैं. उन्होंने पर्व को नशा मुक्त होकर धूमधाम से मनाने की अपील की. समारोह में शामिल लोग : करम पूर्व संध्या समारोह में लपरा मुखिया पुतुल देवी, मायापुर मुखिया पुष्पा खलखो, डुमारो मुखिया सुनीता खलखो, अनिल पासवान, रंथू उरांव, रंजना गिरि, रामलखन गंझू, मुखदेव गोप, अमृत भोक्ता, मुकेश याद, कमल मुंडा, चैनवा पुजारी, किटू पहान, फूलमनी देवी, रंजना गिरि, कविता देवी, श्रवण भोक्ता, शशि मुंडा, अवतार उरांव, पवन उरांव, संतोष मुंडा, गणेश मुंडा, विकास गंझू, संजय राम, सत्येंद्र कुमार मुंडा, झुनवा मुंडा, विजय मुंडा, हेमलाल गंझू, मनोज गंझू, आकाश, रवि, योगेश्वर मुंडा, मुकेश भुइंया आदि शामिल हुए. लोगों को किया गया सम्मानित : समारोह में मैक्लुस्कीगंज व आसपास के गांव से आये खोड़हा नृत्य मंडली सहित क्षेत्र में सामाजिक कार्यों से जुड़े प्रबुद्धजनों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया. समारोह का संचालन सुशील उरांव व धन्यवाद ज्ञापन रमेश टाना भगत ने किया.
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