रांची : रांची के मेन रोड में हिंसा होने के बाद पुलिस हर जगह पर मौजूद है, जिला पुलिस बल के साथ साथ आइआरबी और एटीएस की के जवानों की भी तैनाती कर दी गयी है. घटना वाले इलाके में तो सीनियर आइपीएस अधिकारी खुद कैंप कर रहे हैं. महौल फिर से न बिगड़े इसके लिए एक हजार अतिरिक्त बलों की तैनाती कर दी गयी है.
कैंप करनेवाले अधिकारियों में आइजी मानवाधिकार अखिलेश झा, रांची रेंज के डीआइजी अनीश गुप्ता, एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा, सीआइडी के एसपी कार्तिक एस, पुलिस मुख्यालय में पदस्थापित एसपी धनंजय कुमार सिंह, ग्रामीण एसपी नौशाद आलम, सिटी एसपी अंशुमान कुमार, एटीएस एसपी प्रशांत आनंद के अलावा वायरलेस एसपी विनीत कुमार मोर्चा संभाले हुए थे.
यहां से अधिकारी पूरे इलाके में सुरक्षा की मॉनीटरिंग कर रहे हैं. वहीं एटीएस और आइटीएस के डीएसपी समेत अन्य स्थानों पर पदस्थापित डीएसपी को भी इलाके की सुरक्षा में लगाया गया है. घटना के बाद सुरक्षा की दृष्टिकोण से मेन रोड में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया. पुलिस आमलोगों से अपील कर रही थी कि पुलिस उनकी सुरक्षा में तैनात है. किसी को विधि-व्यवस्था अपने हाथ में लेने की आवश्यकता नहीं है.
घटना के बाद बड़ी संख्या में उपद्रवी एकरा मस्जिद से सर्जना चौक तक विभिन्न गलियों से निकल मेन रोड पर निकल रहे थे और रुक-रुक कर पत्थरबाजी कर रहे थे. तैनात पुलिसकर्मियों के अनुसर कुछ लोग छत से भी पत्थर चला रहे थे. इस कारण कई पुलिसकर्मियों को चोट आयी. बाद में पुलिस ने उपद्रवियों को खदेड़ने के बाद सभी गली को सील कर दिया. वहीं इन गलियों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी.
मेन रोड में दुकानदारों से दुकानें बंद रखने की अपील की गयी थी. इसके लिए पंफलेट बांटे गये थे. सोशल साइट्स पर भी पंफलेट डाले गये थे. इसमें लिखा था एक दिवसीय भारत बंद का मैं समर्थन करता हूं. मेन रोड में एक जगह भारी संख्या में लोग जुटे और जुलूस की शक्ल में आगे बढ़े. शुरुआत में उपद्रवी पुलिस पर भारी पड़े.
Posted By: Sameer Oraon