राजधानी रांची की पांच लाख की आबादी जूझ रही है गंभीर जल संकट से, जानें क्या है इसकी वजह
पिछले एक माह से रुक्का व बूटी जलापूर्ति केंद्र में लो-वोल्टेज की समस्या बनी हुई है. इसके समाधान को लेकर विद्युत विभाग से लगातार संपर्क स्थापित किया गया, लेकिन इसका समाधान नहीं हो पाया है.
राजधानी की पांच लाख की आबादी एक माह से गंभीर जल संकट से जूझ रही है. इसके पीछे कारण रुक्का और बूटी जलापूर्ति केंद्र में लो-वोल्टेज की समस्या होना है. इस कारण शहर में बाधित जलापूर्ति हो रही है. इसे लेकर पेयजल एवं स्वच्छता यांत्रिक नागरिक प्रमंडल रांची के कार्यपालक अभियंता प्रदीप भगत ने सोमवार को विद्युत आपूर्ति अंचल रांची के अधीक्षण अभियंता को पत्र लिखा है. इसमें कहा गया है कि पिछले एक माह से रुक्का व बूटी जलापूर्ति केंद्र में लो-वोल्टेज की समस्या बनी हुई है. इसके समाधान को लेकर विद्युत विभाग से लगातार संपर्क स्थापित किया गया, लेकिन इसका समाधान नहीं हो पाया है.
पूरी क्षमता से पंप मोटर का संचालन नहीं हो रहा : पत्र में कहा गया है कि पदाधिकारियों द्वारा कहा जाता है कि संबंधित फीडर से 33 केवी के बदले 31.5 केवी सप्लाई मिल रही है, जिस कारण एचटी पंप मोटर को ऑपरेट करने के लिए पर्याप्त वोल्टेज 11 केवी के बदले 9.995 केवी व 10.10 वोल्टेज ही मिल रहा है. इसकी वजह से पूरी क्षमता के साथ व आवश्यकतानुसार पंप मोटर का संचालन संभव नहीं हो पा रहा है.
जलापूर्ति केंद्र को 33 केवी बिजली सप्लाई का आग्रह :
क्षमता से कम जलापूर्ति होने से शहरवासियों और विभागीय पदाधिकारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. पेयजल विभाग ने अविलंब वैकल्पिक व्यवस्था के तहत रुक्का व बूटी जलापूर्ति केंद्र के किसी एक फीडर को 33 केवी बिजली सप्लाई करने का आग्रह किया है.