रांची : राजधानी रांची का भू-जलस्तर दिन-ब-दिन पाताल में जा रहा है. गर्मी की शुरुआत में ही शहर के कई मोहल्लों में पानी की किल्लत शुरू हो गयी है. अगर शहरवासी वर्षा जल संरक्षण के लिए रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के निर्माण को लेकर गंभीर नहीं हुए, तो शहर में पानी के लिए हाहाकार मच सकता है. प्रचंड गर्मी में स्थिति और भयावह हो सकती है.
रांची शहर में 2.25 लाख से अधिक भवन हैं. इनमें से मात्र 19988 भवनों में ही रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का निर्माण किया गया है. शेष दो लाख भवनों में रहनेवाले लोग आज भी भूजल का दोहन कर रहे हैं. नगर निगम ने शहर के छोटे घरों/भवनों (3000 वर्गफीट से कम क्षेत्रफल वाले) को रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के दायरे से बाहर रखा है.
इसका निर्माण भवन मालिकों की इच्छा पर निर्भर है. जबकि, तीन हजार वर्गफीट से अधिक क्षेत्रफल के घरों/भवनों को हर हाल में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का निर्माण करना है. इस नियम को नहीं माननेवाले भवन मालिकों से डेढ़गुना होल्डिंग टैक्स वसूलने का प्रावधान है. रांची नगर निगम क्षेत्र में 3000 वर्गफीट से अधिक क्षेत्रफल वाले 55 हजार भवन हैं. अनुमान है कि इनमें ज्यादातर बड़े घरों में भी रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का निर्माण नहीं किया गया है.
बिना प्लानिंग के शहर में धड़ल्ले से घरों/भवनों का निर्माण हो रहा है. ओपेन स्पेस के नाम पर लोग एक इंच जमीन छोड़ने को तैयार नहीं है. इस कारण अधिकतर लोग चाह कर भी अपने घरों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का निर्माण नहीं करवा रहे हैं.
आबादी बढ़ने के साथ राजधानी का भू-जलस्तर का दोहन बढ़ा है. यही रफ्तार रही तो शहर के हर हिस्से में भू-जलस्तर नीचे चला जायेगा. वर्षा जल संरक्षण से इस समस्या को दूर किया जा सकता है. प्रभात खबर शहरवासियों से अपील कर रहा है कि समय रहते वे अपने घरों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का निर्माण अनिवार्य रूप से करें, ताकि भू-जलस्तर बना रहे.
गर्मी बढ़ने के साथ ही राजधानी के मोहल्लों में जल संकट की समस्या होने लगी है. रांची नगर निगम द्वारा रोजाना टैंकर से पानी की सप्लाई की जा रही है. रविवार को थड़पखना, हिंदपीढ़ी, बड़गाईं समेत कई मोहल्ले में टैंकर से जलापूर्ति की गयी. निगम के अधिकारियों का कहना है कि जैसे-जैसे मोहल्ले से जल संकट की सूचनाएं मिलेगी, निगम तत्काल टैंकर से पानी भिजवाने की व्यवस्था करेगा.
गर्मी का मौसम शुरू होते ही शहर में शुरू हो गयी है पानी की किल्लत कई मोहल्लों में भू-जलस्तर गिरा
3000 वर्गफीट से कम क्षेत्रफल के घरों/भवनों को रेन वाटर हार्वेस्टिंग के दायरे से रखा गया है बाहर
3000 वर्गफीट से अधिक क्षेत्रफल वाले घरों/भवनों के लिए डेढ़गुना होल्डिंग टैक्स वसूलने का प्रावधान
शहर में 2.25 लाख भवन, 19988 घरों में ही है रेन वाटर हार्वेस्टिंग कई बड़े भवनों में यह सिस्टम नहीं
रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनवाने की इच्छा रखनेवाले लोगों की सहूलियत के लिए नगर निगम ने 17 एजेंसियों को सूचीबद्ध किया है. लोग चाहें तो इन एजेंसियों से संपर्क कर अपने घर में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनवा सकते हैं.
पंकज कुमार झा 9431173445
अद्वैत सोलर एंड वाटर 9934060507
लक्ष्य टेक्नोलॉजी 9731444941
थिंक इनोवेटिव 9304605661
विनय प्रसाद 7280000551
अभिषेक मेटल 9334593611
हाइटेक इरिगेशन 9431178759
हर्ष साहु 7209001117
टैंक क्लीनर्स 9470562034
आरके इंटरप्राइजेज 9570206186
नागमणि एंड कश्यप 9955577355
अनुग्रह इंटरप्राइजेज 9431169605
नेशनल कंस्ट्रक्शन 9939167557
ग्रू कंस्ट्रक्शन 9304471162
ब्लू एलेक्सीर 7292881977
जेएसआइडी कंस्ट्रक्शन 9471585003
काव्या इंटरप्राइजेज 7209436812
Posted By: Sameer Oraon