सतीश कुमार, रांची : गर्मी शुरू होने से पहले ही राजधानी के तीनों डैमों का जलस्तर घट गया है. फिलहाल कांके, रुक्का व हटिया डैम में क्षमता से पांच से 14 फीट तक पानी कम है. हटिया डैम में क्षमता से लगभग 14 फीट पानी कम है. मानसून शुरू होने में अभी लगभग तीन माह का समय बचा है. अगर इस दौरान बारिश नहीं हुई, तो राजधानी में जल संकट की स्थिति उत्पन्न हो सकती है.हटिया डैम में फिलहाल 24 फीट सात इंच पानी है, जो पिछले साल की तुलना में लगभग नौ फीट कम है. 21 फरवरी 2022 को हटिया डैम का जलस्तर 33.01 फीट था. हटिया डैम की क्षमता 39 फीट है.
इधर, कांके डैम (गोंदा डैम) में भी पिछले साल की तुलना में लगभग एक फीट तक पानी अधिक है. वर्तमान में कांके डैम का जलस्तर 23 फीट पांच इंच है. जबकि, पिछले साल इस तिथि को डैम का जल स्तर 22 फीट दो इंच था. कांके डैम में अभी क्षमता से लगभग पांच फीट तक कम पानी है. इस डैम में फिलहाल आपूर्ति योग्य 16 फीट ही पानी है. इस डैम में सात फीट तक गाद भरी हुई है. ऐसे में इससे कम पानी होने पर पेयजल की आपूर्ति नहीं की जा सकती है.
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रुक्का डैम में भी क्षमता से लगभग 12 फीट कम
राजधानी के सबसे बड़ी आबादी में पेयजल की आपूर्ति करने वाला रुक्का डैम (गेतलसूद डैम) में भी क्षमता से लगभग 12 फीट कम पानी है. हालांकि, पिछले साल की तुलना में इस डैम का जल स्तर लगभग एक फीट पानी अधिक है. फिलहाल रुक्का डैम में 24 फीट पांच पानी है. वहीं पिछले साल इस तिथि को डैम में 23 फीट छह इंच पानी था. इस डैम की अधिकतम क्षमता 36 फीट है. इस डैम में फिलहाल 14 फीट गाद भरी हुई है. इसकी वजह से इसका न्यूनतम जल स्तर 14 फीट है. डैम में इससे कम पानी होने पर आपूर्ति ठप हो जायेगी. विभागीय अभियंताओं का बताया कि पिछले साल राज्य में 1444 मिमी वर्षा हुई. इसके बावजूद गर्मी से पहले डैमों में क्षमता से पानी कम रहना अच्छे संकेत नहीं है. उन्होंने कहा कि हालांकि अभी डैमों में सप्लाई के लिए पर्याप्त पानी है, लेकिन मानसून में बारिश कम हुई तो आनेवाले समय में जल संकट गहरा सकता है.