झारखंड के डैमों में 10 फीट तक घटा जलस्तर, पर पर्याप्त पानी होने के कारण गर्मी में पेयजल की नहीं होगी किल्लत
झारखंड के डैमों में एक से 10 फीट तक जलस्तर घटा है. इसके बावजूद इन डैमों में पर्याप्त पानी है. इस कारण इस गर्मी पेयजल की परेशानी नहीं होने वाली है.
रांची, सतीश कुमार : पिछले वर्ष की तुलना में झारखंड के डैमों का जलस्तर एक से लेकर 10 फीट तक घटा है. इसके बावजूद डैमों में पर्याप्त पानी है. गर्मी में पेयजल की किल्लत नहीं होनेवाली है. पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष धनबाद के मैथन, पंचेत व रांची के हटिया व कांके डैम के जलस्तर में गिरावट आयी है. मैथन में 10 फीट, पंचेत में पांच फीट, हटिया में तीन फीटऔर कांके डैम में एक फीट पानी कम है. जबकि रुक्का डैम में आठ इंच पानी अधिक है.
गर्मी में पेयजल की नहीं होगी किल्लत
पेयजल आपूर्ति विभाग के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर्स का दावा है कि जलस्तर घटने के बावजूद गर्मी में पेयजल को लेकर किल्लत नहीं होनेवाली है. राजधानी के लगभग 10 लाख लोगों हटिया, गेतलसूद (रुक्का) व कांके (गोंदा) डैम से पेयजल की आपूर्ति होती है. हटिया डैम में फिलहाल 30 फीट पानी है. हालांकि, पिछले साल से डैम का जलस्तर तीन फीट कम हुआ है. यहां पर डैम का अधिकतम जल स्तर 38.5 फीट है. पांच फीट जलस्तर रहने तक पेयजल की आपूर्ति की जा सकती है. अगले एक साल तक पेयजल की आपूर्ति में कोई दिक्कत नहीं होनेवाली है.
रुक्का और कांके डैम में है पानी
रुक्का (गेतलसूद) में फिलहाल 20.8 फीट पानी है. यहां का न्यूनतम जल स्तर 14 फीट है. इसके बाद पेयजल की आपूर्ति नहीं की जा सकती है. पिछले साल की तुलना में फिलहाल डैम में आठ इंच पानी अधिक है. जून तक यहां से निर्बाध रूप से पानी की आपूर्ति की जा सकती है. कांके डैम का जलस्तर फिलहाल 20 फीट है. हालांकि, डैम में पिछले साल की तुलना में एक फीट पानी कम है. यहां से पेयजल की आपूर्ति से हर दो दिन में एक इंच पानी कम होता है. ऐसे में जून तक पानी की निर्बाध आपूर्ति में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होनेवाली है. डैम में सात फीट पानी रहने तक पेयजल की आपूर्ति की जा सकती है. हालांकि जल स्तर 14 फीट होने पर एहतियात बरती जाती है.
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मैथन डैम में जलस्तर घटा, पर डरने की बात नहीं
पिछले साल मैथन डैम का जलस्तर 483.46 फीट था. इस वर्ष 473.68 फीट है. पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष करीब 10 फीट जलस्तर घटा है. मैथन डैम से झारखंड का धनबाद के अलावा पश्चिम बंगाल का बरकर, कुल्टी, चितरंजन, आसनसोल, बर्धमान तक जाती है. झारखंड में करीब तीन लाख एवं पश्चिम बंगाल में करीब दो लाख की आबादी को जलापूर्ति होती है.पंचेत डैम का जलस्तर पिछले वर्ष 414.57 फीट था. इस वर्ष 409.20 फीट है. इस वर्ष करीब पांच फीट पानी पंचेत डैम का भी घटा है. लेकिन इससे गर्मी में पेयजल की आपूर्ति प्रभावित नहीं होगी.
झारखंड के डैम में जलस्तर की स्थिति
डैम : वर्तमान जलस्तर : पिछले वर्ष का जलस्तर
हटिया : 30 फीट : 33 फीट
रुक्का : 20.8 फीट : 20 फीट
कांके : 20 फीट : 21 फीट
मैथन : 473.68 फीट : 483.46 फीट
पंचेत : 409.20 फीट : 414.57 फीट
मसानजोर डैम : 369 फीट : 374.85 फीट
गरगा डैम : 763 फीट : 764 फीट
सुंदर डैम : 340 आरएल मीटर : 365 आरएल मीटर.