Jharkhand News: करीब 14 साल बाद हटिया डैम के फाटक ऑपरेशनल हो जाएंगे. डैम के फाटक को खोलने के लिए नयी मशीन लगाने का काम अंतिम चरण में है. उम्मीद है कि शुक्रवार तक एक फाटक को खोलने के लिए मशीन लगा दी जायेगी. इसी तरह चरणबद्ध तरीके से पांचों फाटकों के लिए अलग-अलग मशीनें लगायी जायेंगी.
डालटेनगंज की कंपनी कर रही मरम्मत
पिछले साल मॉनसून में भारी बारिश की वजह से हटिया डैम ओवरफ्लो होने लगा था. पेयजल विभाग की ओर से काफी प्रयास के बाद भी फाटक को नहीं खोला जा सका था. इसके बाद विभाग ने डैम की फाटक की मरम्मत का काम जल संसाधन विभाग को सौंपा था. विभाग ने अप्रैल में डालटेनगंज की कंपनी मंगल सूर्या कंस्ट्रक्शन प्रालि को 98 लाख में फाटक की मरम्मत का काम सौंपा. कंपनी को यह काम एक साल में पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है.
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खतरे के निशान से चार फीट दूर है हटिया डैम
फिलहाल हटिया डैम का जलस्तर खतरे के निशान से चार फीट दूर है. पिछले दिनों हुई बारिश के बाद डैम का जलस्तर 34 फीट तक पहुंच गया है. डैम का अधिकतम जल स्तर 38 फीट है.
पिछले 23 साल के दौरान कब-कब खुला फाटक
तारीख जलस्तर
30 अगस्त 1999 38.09 फीट
23 सितंबर 2006 38.00 फीट
19 अगस्त 2008 38.00 फीट
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जलस्तर 38 फीट के ऊपर जाने के बाद खोलना होता है डैम का फाटक
वर्ष 1999 से लेकर अब तक तीन बार खोला गया है हटिया डैम का फाटक
क्या कहते हैं अधिकारी
एक-दो दिनों में एक फाटक खोलने लायक बन जायेगा. काम पूरा होने के बाद इसके ऑपरेशन की जिम्मेदारी पेयजल विभाग को सौंप दी जायेगी.
– आलोक भारती, कार्यपालक अभियंता, जल संसाधन