प्रतिनिधि, खलारी खलारी के करकट्टा-विश्रामपुर काॅलोनी में पानी की समस्या से नाराज ग्रामीणों ने शनिवार को खिलानधौड़ा स्थित पोखरिया से डकरा को हो रही जलापूर्ति को बंद करा दी. खिलानधौड़ा स्थित पोखरिया से करकट्टा-विश्रामपुर कालोनी के लिए 500 गैलन प्रति मिनट क्षमता का पंप है. इस पंप से एक शिफ्ट में पानी की आपूर्ति की जाती है. साथ ही रोहिणी से धमधमियां के लिए 1000 जीपीएम पंप है, जिससे तीन शिफ्ट में पानी की आपूर्ति की जाती है. वहीं छह साल पहले डकरा में पानी की किल्लत होने के कारण यहां एक और 1000 जीपीएम का पंप लगाया गया. परंतु बीते कुछ वर्षों से करकट्टा काॅलोनी में पुराने पाइप, पानी का बहाव व मुख्य पाइप लाइन में कनेक्शन होने के कारण लोगों के घरों में पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पहुंचने लगा. ऐसे में पानी की समस्या से जूझ रहे लोग सीसीएल से निराश होकर स्वयं ही मुख्य पाइपलाइन से कनेक्शन लेना शुरू कर दिये. लेकिन ज्यादा कनेक्शन हो जाने के कारण इससे भी पर्याप्त पानी नहीं मिलने लगा. वहीं उस पोखरिया में बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक नहाने के लिए जाने लगे. पोखरिया बंद कोयला खदान है. बच्चे व बुजुर्गों के नहाने के क्रम में हादसा होने की संभावना है. इस परिस्थिति से गुस्साये ग्रामीणों ने खिलानधौड़ा स्थित पोखरिया में डकरा का पानी सप्लाई बंद करा दी. ग्रामीणों ने करकट्टा स्थित केडीएच पैच बंद खदान से करकट्टा-विश्रामपुर काॅलोनी के लिए अलग से पंप स्थापित कर सप्लाई करने की मांग की. आंदोलन की सूचना मिलने पर एनके प्रबंधन ने करकट्टा विश्रामपुर कॉलोनी के लिए करकट्टा में बंद केडीएच पैच खदान में पंप लगाकर जलापूर्ति शुरू करने का आश्वासन दिया. आंदोलन करनेवालों में करकट्टा-विश्रामपुर के सनी सिंह, सुमित सिंह, अर्जुन नोनिया, सुशील पासवान, प्रवेश चौहान, अरुण नोनिया, मंटू सिंह, सतीश ठाकुर व अन्य ग्रामीण शामिल थे.
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