डीजे संचालक हत्याकांड : हत्या के चार दिन बाद भी हथियार बरामद नहीं, विदेश भागने की फिराक में था अभिषेक
हथियार बरामदगी और अन्य जानकारी के लिए अभिषेक को पुलिस रिमांड पर लेगी
रांची. एक्सट्रीम स्पोर्ट्स बार में डीजे संचालक संदीप प्रमाणिक उर्फ सैंडी की हत्या के मामले में अब पुलिस की जांच का मुख्य फोकस हत्या में प्रयुक्त हथियार की बरामदगी है. इसके लिए कई टीम लगातार कोशिश कर रही है. हत्या के चार दिन बाद भी हथियार बरामद नहीं किया जा सका है. इधर, सिटी एसपी ने बताया कि हत्या के आरोपी की सजा के लिए हर बिंदु पर जांच की गयी है. पुलिस के पास एसएसएल की रिपोर्ट, अभिषेक की गाड़ी से मिले कारतूस व खोखा, ब्लड, हत्या के आरोपी के स्वीकारोक्ति बयान, हत्या के सीसीटीवी फुटेज सहित सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है. सिटी एसपी ने कहा कि जितने बिंदुओं पर जांच की गयी है, वह सभी हत्या के आरोपी अभिषेक के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं. ये सारे सबूत अदालत को सजा सुनाने के लिए काफी हैं. सिटी एसपी ने बताया कि यदि अभिषेक नहीं पकड़ा जाता, तो उसकी योजना विदेश भाग जाने की थी. पुलिस अनवर, देवा और चंदन तिवारी की तलाश कर रही है.
हत्या के दो और मारपीट के तीन आरोपी अब भी फरार
हथियार के संबंध में जानकारी पाने के लिए पुलिस दस लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. उनसे पूछताछ करने लिए सिटी एसपी राजकुमार मेहता भी पहुंचे थे. ये दस लोग किसी न किसी तरह से अभिषेक से जुड़े हुए हैं. उनसे कई थाना प्रभारियों ने अपने स्तर से पूछताछ की. सिटी एसपी ने बताया कि हजारीबाग, गया और रांची पुलिस ने अभिषेक को पकड़ा. अभिषेक के छह दोस्त उसके साथ बार में गये थे. डीजे संचालक की हत्या में उन छह दोस्तों और पिता अशोक सिंह सहित कुल सात लोगों पर बार के मैनेजर तुषार कांतिदास ने प्राथमिकी दर्ज करायी है. मामले में अभिषेक सिंह सहित पांच लोग जेल जा चुके हैं, जबकि देवा व अनवर अब भी फरार हैं. वहीं मारपीट मामले में बार मालिक, संचालक, लीज धारक और कर्मचारी सहित 12 लोग मारपीट में शामिल थे. इस मामले में नौ लोग जेल जा चुके हैं और तीन लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम लगी हुई है.
छेड़खानी के कारण बाउंसरों ने अभिषेक ग्रुप को पीटा था
मिली जानकारी के अनुसार शराब और बीयर पीने के बाद अभिषेक सहित उसके छह दोस्त डांस फ्लोर पर डांस करने पहुंच गये थे. वहां पहले से डांस कर रही युवतियों से उन लोगों ने छेड़खानी की थी. उसके बाद बार के मैनेजर और बाउंसर उन्हें हटाने गये थे. उस दौरान अभिषेक व उसके दोस्तों को बाउंसरों ने बार के बाहर निकाल दिया था. इसके बाद वह लोग नीचे आये थे और बाद में लाठी-डंडा लेकर बार में गये थे और मारपीट की थी. उस मारपीट के दौरान बाउंसरों ने अभिषेक, समरुद्दीन, प्रतीक, मिथुन व अन्य के साथ जमकर मारपीट की थी. इस दौरान पुलिस को सूचना दी गयी थी और पुलिस ने मारपीट में शामिल समरूद्दीन को हिरासत में लिया था. बाद में अभिषेक सहित उसके सभी दोस्त वापस चले गये थे. लेकिन फिर अभिषेक राइफल लेकर वापस आया था और डीजे संचालक संदीप प्रमाणिक की हत्या कर दी थी.पिता ने जिस दोस्त को दिया हथियार, उसे पहचानने से किया इंकार
पुलिस के अनुसार घटना के बाद अभिषेक अपनी ब्रेजा कार लेकर धुर्वा की ओर भागा था. उसे लगा कि उसका पुलिस पीछा कर रही है. इस क्रम में उसकी ब्रेजा कार डिवाइडर से टकरा गयी थी, जिससे कार चलने लायक नहीं रही थी. उसके बाद उसने अपने पिता अशोक सिंह को फोन किया था. पिता और उसके दोस्त एक इग्नीस कार लेकर आये और उसे कार दे दी थी. उस दौरान अभिषेक ने हथियार अपने पिता को दे दिया था और अपने दोस्त को देने के लिए कहा था. उसके पिता ने संबंधित दोस्त को हथियार को दे दिया. पुलिस को उन्होंने बताया कि उसने जिस दोस्त को हथियार देने के लिए कहा था, वह उसे नहीं पहचानते.अभिषेक के भागने में प्रयुक्त तीन वाहन जब्त
अभिषेक गोली मारने के लिए ब्रेजा कार से आया था. धुर्वा अपने घर जाने के क्रम में वह गोलचक्कर के पास डिवाइडर से टकरा गया था. कार क्षतिग्रस्त हो जाने के बाद वह इग्नीस से हजारीबाग और वहां से स्कॉर्पियो से भागा था. भागने में प्रयुक्त तीनों वाहन को चुटिया पुलिस ने जब्त कर लिया है.कई पासबुक, ऑनर बुक व आधार कार्ड भी अभिषेक के पास से मिले
अभिषेक के पास से कई बैंकों के पासबुक, आधार कार्ड व कई वाहनों के ऑनर बुक भी मिले हैं. पुलिस अनुमान लगा रही है कि वह गाड़ी की खरीद-बिक्री का भी काम यह करता है. संभावना जतायी जा रही है कि वह चोरी की गाड़ी की खरीद-बिक्री करता होगा. जिसकी जांच की जा रही है. इधर हथियार बरामदगी और अन्य जानकारी के लिए अभिषेक को पुलिस रिमांड पर लेगी. रिमांड पर लेने के बाद सारी बातों का खुलासा हो जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है