आ गया दक्षिण पश्चिम मानसून की विदाई का वक्त, झारखंड से गुजर रहा ट्रफ, जानें कैसा रहेगा आपके शहर का हाल
दक्षिण पश्चिम मानसून की विदाई की बेला आ गई है. अगले 24 घंटे में यह पश्चिमी राजस्थान से विदा हो जाएगा. हालांकि, 29 सितंबर को अंडमान सागर में एक चक्रवात बनने के संकेत हैं, जो बाद में बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ेगा. जानें, झारखंड में आने वाले दिनों में मौसम कैसा रहेगा. कहां होगी बारिश.
भारत में खेती-बाड़ी के लिए सबसे जरूरी माना जाने वाला दक्षिण पश्चिम मानसून की विदाई की बेला आ गई है. अगले 24 घंटे के दौरान यह पश्चिमी राजस्थान से विदा हो जाएगा. फिलहाल मानसून ट्रफ गंगानग, नारनौल, ग्वालियर, लखनऊ, पटना, मालदा से होते हुए मणिपुर की ओर बढ़ रहा है. बिहार और उससे सटे उत्तर प्रदेश में चक्रवात बना हुआ है, जबकि झारखंड से एक ट्रफ गुजर रहा है. यह ट्रफ दक्षिण-मध्य महाराष्ट्र और उससे सटे छत्तीसगढ़ एवं विदर्भ में है. मौसम विभाग का कहना है कि 29 सितंबर तक उत्तरी अंडमान सागर और उससे सटे इलाकों में एक और साइक्लोन बनने की संभावना है. इसके असर से उत्तरी अंडमान सागर और उससे सटे बंगाल की खाड़ी में अगले 24 घंटे के दौरान निम्न दबाव का क्षेत्र बनेगा. इसके बाद यह पश्चिम-पश्चिमोत्तर की ओर बढ़ेगा और धीरे-धीरे विकराल रूप धारण कर लेगा. बहरहाल, झारखंड में मानसून की गतिविधि पिछले 24 घंटे के दौरान सामान्य रही. राज्य के लगभग सभी जगहों पर हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा हुई. सबसे अधिक वर्षा 57.2 मिलीमीटर गोड्डा के पथरगामा में दर्ज की गई. इस दौरान सबसे अधिक उच्चतम तापमान भी गोड्डा में ही रिकॉर्ड किया गया. यहां का उच्चतम तापमान 32.7 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि सबेस कम न्यूनतम तापमान 22.6 डिग्री सेल्सियस रांची में दर्ज किया गया.
25 सितंबर को झारखंड में कहां होगी बारिश
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के रांची स्थित मौसम केंद्र ने कहा है कि 25 सितंबर को भी झारखंड में कहीं-कहीं बारिश होगी. वज्रपात होने की भी आशंका है. इसलिए मौसम केंद्र ने येलो अलर्ट भी जारी कर दिया है. मौसम पूर्वानुमान के बारे में पूछे जाने पर मौसम केंद्र रांची के प्रमुख अभिषेक आनंद ने बताया कि रविवार (24 सितंबर) को कई जगहों पर हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा हुई. उन्होंने कहा कि अगले दो दिनों में झारखंड के अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा. इसके बाद अगले तीन दिनों में उच्चतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि हो सकती है.
27-28 सितंबर को इन जिलों में होगी वर्षा
मौसम वैज्ञानिक ने कहा कि 25 सितंबर को कई जगहों पर गरज के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा हो सकती है. 26 सितंबर को कुछ जगहों पर हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा होगी, जबकि 27 और 28 सितंबर को सूबे के उत्तर-पश्चिमी, दक्षिणी तथा उससे सटे मध्य भागों में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है. उत्तर पश्चिमी जिलों में पलामू प्रमंडल (गढ़वा, पलामू, लातेहार) के अलावा चतरा, कोडरमा और लोहरदगा जिले आते हैं. इससे सटे मध्य इलाकों में राजधानी रांची और रामगढ़ जिले आते हैं. यानी इन आठ जिलों में कुछ जगहों पर 27-28 सितंबर को बारिश हो सकती है.
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झारखंड में इस साल हुई सामान्य से कम बारिश
मौसम केंद्र रांची के प्रमुख अभिषेक आनंद ने बताया कि झारखंड में अब तक सामान्य से कम बारिश हुई है. सूबे में एक जून से 24 जून तक 984.7 मिलीमीटर वर्षा को सामान्य वर्षा माना जाता है. लेकिन, इस साल अब तक 713.8 मिलीमीटर वर्षा हुई है, जो सामान्य से 28 फीसदी कम है. साहिबगंज, गोड्डा और सिमडेगा जिले में सामान्य वर्षा हुई है. बोकारो, सरायकेला-खरसावां और पश्चिमी सिंहभूम में भी सामान्य वर्षापात हुआ है. साहिबगंज में 1113.5 मिमी वर्षा होनी चाहिए थी, जबकि यहां 13 फीसदी अधिकत 1255.4 मिमी वर्षा अब तक हुई है.
कुछ जिलों में सामान्य वर्षापात
गोड्डा में इस अवधि के लिए सामान्य वर्षापात 860.4 मिमी है, जबकि यहां अब तक 935.4 मिमी बारिश हो चुकी है. यह नौ फीसदी अधिक है. सिमडेगा में 1258.9 मिमी की जगह अब तक 1188.3 मिमी वर्षा हुई है, जो छह फीसदी कम है. वहीं, बोकारो में 871.9 मिमी की बजाय 739.9 मिमी बारिश हुई है, जो 15 फीसदी कम है. वहीं, सरायकेला-खरसावां में 977.9 मिमी वर्षा होनी चाहिए थी, लेकिन हुई है 808.1 मिमी. यह 17 फीसदी कम है. इसी तरह पश्चिमी सिंहभूम में 974 मिमी की बजाय सिर्फ 801.7 मिमी वर्षा हुई है, जो 18 फीसदी कम है. हालांकि, 20 फीसदी कम या ज्यादा को सामान्य वर्षा माना जाता है.
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