Cyclone Michaung tracker: झारखंड में चक्रवाती तूफान मिचौंग का असर दिखने लगा है. आसमान में बादल छाने के साथ बारिश के आसार हैं. मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में बताया है कि आज मंगलवार को झारखंड के दक्षिणी (पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला खरसावां, सिमडेगा) एवं निकटवर्ती मध्य भागों में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है. अगले पांच दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में कोई बड़े बदलाव की संभावना नहीं है. छह व सात दिसंबर को राज्य में कई स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना है. आठ दिसंबर को आसमान में आंशिक बादल छाए रह सकते हैं. नौ से 11 दिसंबर तक सुबह में कोहरा या धुंध और बाद में आसमान मुख्यत: साफ रहने की संभावना है.
सात दिसंबर तक बारिश की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को रांची और इसके आसपास आसमान में बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश हो सकती है. सात दिसंबर तक मौसम कुछ इसी तरह रहने का अनुमान है. नौ से 11 दिसंबर तक सुबह में कोहरा या धुंध और बाद में आसमान मुख्यत: साफ रहने की संभावना है. आज के मौसम की बात करें, तो आसमान में बादल छाए रहे और मौसम का मिजाज बदला-बदला रहा. चक्रवाती तूफान मिचौंग का असर झारखंड में दिखने लगा है.
पिछले 24 घंटे में झारखंड में ऐसा रहा मौसम का मिजाज
पिछले 24 घंटे में झारखंड में कहीं-कहीं हल्की बारिश हुई है. सबसे अधिक वर्षा 14.2 मिमी कोलेबिरा (सिमडेगा में) दर्ज की गयी. सबसे अधिक उच्चतम तापमान 30.2 डिग्री सेल्सियस गोड्डा में दर्ज किया गया, जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 16.4 डिग्री सेल्सियस रांची में रिकॉर्ड किया गया.
ऐसे तेजी से आगे बढ़ रहा चक्रवाती तूफान मिचौंग
मौसम विभाग की मानें तो प्रचंड चक्रवाती तूफान मिचौंग (cyclone Michaung) दक्षिण आंध्र प्रदेश तट के पास पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर 12 किमी प्रति घंटे की गति के साथ उत्तर की ओर बढ़ा. दक्षिण आंध्र प्रदेश तट के पास पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर अक्षांश 15.2°N और देशांतर 80.25°E के निकट कवाली से लगभग 40 किमी उत्तरपूर्व नेल्लोर से 80 किमी उत्तर-उत्तरपूर्व, 80 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम बापटला और मछलीपट्टनम से 140 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में स्थित था.
चक्रवात का दिखेगा प्रचंड रूप
चक्रवात तट के करीब उत्तर की ओर बढ़ रहा है. इसका कुछ बादल क्षेत्र भूमि तक पहुंच गया है. इसके उत्तर की ओर लगभग समानांतर और दक्षिण आंध्र प्रदेश तट के करीब बढ़ने की संभावना है और प्रचंड चक्रवाती तूफान के रूप में बापटला के करीब दक्षिण आंध्र प्रदेश तट को पार कर जाएगा. इसमें 90-100 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति से हवा की गति 110 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है.