Jharkhand News (रोहित लाल महतो, ओरमांझी, रांची) : दी छोटानागपुर रीजनल हैंडलूम वीवर्श को-ऑपरेटिव लिमिटेड इरबा, रांची के परिसर में मंगलवार को झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो ने आधुनिक बुनकर प्रशिक्षण केंद्र एवं ई-कॉमर्स का उद्घाटन किया. मौके पर स्पीकर श्री महतो ने कहा कि बुनकर समाज सदियों से हमारी सभ्यता और संस्कृति के साथ रचे-बसे हैं. सामाजिक समरसता बनाये रखने में भी बुनकरों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. वर्तमान में बुनकर समाज के लोग विभिन्न समस्याओं से ग्रसित हैं और बेहतर जिंदगी जीने की जद्दोजहद कर रहे हैं. ऐसे में बुनकरों को समुचित सहयोग की आवश्यकता है.
झारखंड स्पीकर श्री महतो ने कहा कि जिस गति से बुनकरों की आर्थिक स्थिति में सुधार होना चाहिए था, उस गति से उनके हालात नहीं सुधरे. समय की मार ने बुनकरों को पीछे कर दिया है. समय के साथ-साथ चलने की जरूरत है. इसके साथ ही बुनकरों को अपना बाजार बचाये रखने के प्रति भी सजग रहने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि बुनकरों को अपनी मेहनत का वाजिब मेहनताना नहीं मिल पाता है. उनकी मेहनत की कमाई से बिचौलिए फायदा उठा ले जाते हैं. ऐसे में बुनकरों के लिए समुचित बाजार की व्यवस्था होनी चाहिए. कहा कि बुनकरों द्वारा बनाये गये उत्पाद गुणवत्तायुक्त और टिकाऊ होते हैं. बावजूद इसके समुचित बाजार के अभाव में उनके उत्पादों का उचित मूल्य नहीं मिल पाता है. बुनकरों की समस्याओं के समाधान के लिए राज्य सरकार के साथ राय-मशविरा कर जल्द ही नीति-निर्धारण की दिशा में कदम बढ़ाएंगे, ताकि बुनकरों का उत्थान हो सके और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार लाया जा सके. साथ ही सरकारी कार्यालयों में बुनकरों द्वारा उत्पादित वस्तुओं का उपयोग किया जा सके.
स्पीकर श्री महतो ने कहा कि यह काफी खुशी की बात है कि बुनकरों द्वारा उत्पादित सामग्री अब डिजिटल प्लैटफॉर्म पर भी उपलब्ध कराने की दिशा में छोटनागपुर रीजनल हैंडलूम विवर्स को-ऑपरेटिव यूनियन का प्रयास सराहनीय है. समय के अनुसार वैज्ञानिक पद्धति को अपनाने पर बल देते हुए कहा कि बुनकरों के उत्पाद के लिए समुचित बाजार की व्यवस्था से उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार संभव है.
वहीं, विशिष्ट अतिथि जामताड़ा के विधायक डॉ इरफान अंसारी ने कहा कि बुनकर समुदाय का अस्तित्व बचाने की जरूरत है. बुनकरों के वर्तमान हालात पर भी गंभीर चिंतन करने की जरूरत है. बुनकर समाज विभिन्न समस्याओं से ग्रसित हैं. कहा कि पूर्व में यूपीए नेतृत्व वाली केंद्र सरकार बुनकरों के लिए विशेष आर्थिक पैकेज देती थी, लेकिन वर्तमान में भाजपानीत केंद्र सरकार ने बुनकरों को उपेक्षित कर रखा है.
डॉ अंसारी ने कहा कि बुनकर समाज के लोग झारखंड में 17 प्रतिशत हैं, लेकिन पिछड़ापन का दंश झेलने को विवश हैं. बुनकरों की आवाज दबा दी जाती है. उन्होंने बुनकरों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए सरकार से बुनकरों के उत्थान और उन्हें अनुदान देने की मांग किया. कहा कि राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई सोना-सोबरन योजना (धोती, साड़ी, लूंगी बांटने की योजना) के तहत बुनकरों द्वारा उत्पादित सामग्री खरीदने के लिए राज्य सरकार से अनुरोध किया.
इधर, खिजरी के विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि भारतीय संस्कृति के संवाहक के रूप में बुनकरों की भूमिका काफी सराहनीय है. बुनकरों के लिए शुरू किये गये ई-कॉमर्स सिस्टम और आधुनिक प्रशिक्षण केंद्र मील का पत्थर साबित होगा. छोटानागपुर रीजनल हैंडलूम विवर्स को-ऑपरेटिव यूनियन के चेयरमैन अनवर अहमद अंसारी ने स्वागत भाषण के दौरान कहा कि बुनकरों की समस्याओं के प्रति सरकार को भी ध्यान देने की जरूरत है. बुनकरों के हालात में सुधार लाने की दिशा में संस्था की ओर से हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं, लेकिन राज्य व केंद्र सरकार द्वारा भी बुनकरों के कल्याण के लिए योजनाएं बनाकर उनके उत्थान के लिए कदम उठाने की जरूरत है.
उन्होंने यूनियन के संस्थापक स्वर्गीय अब्दुर रज्जाक अंसारी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला और कहा कि इस संस्था से 10 हजार बुनकरों का भविष्य जुड़ा हुआ है. इससे 72 को-ऑपरेटिव सोसाइटी संबद्ध है. ई-कॉमर्स के शुभारंभ होने से बुनकरों की दशा और दिशा में सुधार लाने का प्रयास शुरू किया गया है. बुनकरों के उत्पाद की ऑनलाइन बिक्री से बुनकर समाज का आर्थिक विकास संभव होगा.
इससे पूर्व दी छोटानागपुर रीजनल हैंडलूम विवर्स को-ऑपरेटिव से जुड़े बुनकरों और उनके द्वारा उत्पादित सामग्री की विस्तृत जानकारी से संबंधित कॉफी टेबल बुक का भी विमोचन किया गया. मौके पर निबंधक सहयोग समितियां (झारखंड सरकार) मृत्युंजय कुमार बरनवाल, यूनियन के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी लुईस टोप्पो, मेदांता अस्पताल के वरीय सलाहकार सईद अहमद अंसारी, सामाजिक कार्यकर्ता फिरोज अहमद अंसारी, प्रवक्ता नसीम अहमद सहित काफी संख्या में लोग व बुनकर उपस्थित थे.
Posted By: Samir Ranjan.