Ranchi News : कल्याण मंत्री ने सिरासिता नाले तीर्थ का दर्शन किया
सोमवार को काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने सिरासिता नाले की यात्रा की और प्रार्थना में हिस्सा लिया
रांची. राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा भारत के तत्वावधान में सोमवार को काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने गुमला के डुमरी स्थित सिरासिता (सिरसी ता) नाले की यात्रा की और प्रार्थना में हिस्सा लिया. कार्यक्रम में कल्याण मंत्री चमरा लिंडा, खिजरी विधायक राजेश कच्छप, गुमला डीसी सहित अन्य उपस्थित थे. इस अवसर पर मंत्री चमरा लिंडा ने कहा कि इस तीर्थयात्रा को राजकीय स्तर पर सरना तीर्थ का दर्जा दिया गया है. यह हम सभी के लिए गौरव का पल है. माघ पंचमी के दिन सरना धर्मावलंबी यहां जुट रहे हैं. सरना धर्मगुरु राजेश लिंडा ने कहा कि सिरासिता नाले ककड़ो लता का पानी पवित्र माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि यहां पूजा-प्रार्थना कर पानी ग्रहण करने मात्र से ही सभी प्रकार की असाध्य बीमारी, समस्या और दुख का समाधान हो जाता है. केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि सभी आदिवासियों को घर में सरना झंडा लगाना चाहिए. आदिवासी की पहचान सरना झंडा से है. नीरज मुंडा ने कहा कि यहां अधिक से अधिक संख्या में आयें और माघ महीना के बढ़ते चांद के दिन ही इस तीर्थ का शुरुआती दिन माना जाये. कार्यक्रम में झीगा मुंडा, सुखराम उरांव, राष्ट्रीय सरना महासचिव जलेश्वर उरांव सहित अन्य ने विचार रखे. विभिन्न जिलों से आये प्रतिनिधियों ने सरना कोड का मुद्दा उठाया. कहा कि आगामी जनगणना में सभी आदिवासी जनगणना प्रपत्र में सरना धर्म लिखेंगे. अगर सरना कोड नहीं मिला तो अन्य के कॉलम में सरना धर्म लिखेंगे. इस तीर्थ में झारखंड के अलावा छत्तीसगढ़, बिहार, बंगाल सहित अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु पहुंचे.
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