Jharkhand News: निलंबित IAS पूजा सिंघल की गिरफ्तारी से जमानत मिलने तक के बीच क्या-क्या हुआ, जानें यहां
मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित IAS अधिकारी पूजा सिंघल को जमानत मिल गई है. सुप्रीम कोर्ट ने पूजा सिंघल को एक महीने की अंतरिम जमानत दी है. बता दें कि पूजा सिंघल को 11 मई को गिरफ्तार किया गया था. लगभग आठ महीने के बाद पूजा सिंघल को जमानत मिली है.
Jharkhand News: मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित IAS अधिकारी पूजा सिंघल को सुप्रीम कोर्ट ने बड़ी राहत दी है. पूजा सिंघल को एक महीने की अंतरिम जमानत दी है. दरअसल, झारखंड हाइकोर्ट से जमानत याचिका खारिज होने के बाद पूजा सिंघल ने बेटी की तबीयत का हवाला देकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. इसके आलोक में 3 जनवरी, 2023 को सुनवाई के लिए याचिका सूचीबद्ध की गयी है. इसी के आधार पर तीन जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. जिसके बाद मेडिकल ग्राउंड पर उन्हें एक महीने की अंतरिम राहत दी है.
11 मई को हुई थी गिरफ्तार
11 मई 2022 को पूजा सिंघल को ईडी के अधिकारियों ने गिरफ्तार किया था और उसके बाद उन्हें ईडी ने तीन बार रिमांड पर लिया था. इसके बाद उन्हें 25 मई को जेल भेज दिया गया था. बीच में पूजा सिंघल को रिम्स में भी भर्ती कराया गया था. 2 दिसंबर को ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पूजा सिंघल की 82.77 करोड़ की चल-अचल संपत्ति जब्त कर ली थी.
कोर्ट ने पांच दिन की रिमांड दी थी
ईडी ने 12 दिन की रिमांड मांगी, पर कोर्ट ने पांच दिन की रिमांड दी. इसके बाद पूजा सिंघल को केंद्रीय कारा होटवार भेज दिया गया. इस बीच मनरेगा घोटाले में इडी की कार्रवाई के मद्देनजर केंद्र ने मामले में पूरी रिपोर्ट मांगी है. सीए सुमन कुमार से पूछताछ के दौरान मिली सूचना पर इडी ने कोलकाता में भी बिल्डर के ठिकानों पर छापा मारा था.
गिरफ्तारी के बाद ईडी ने पल्स हॉस्पिटल को जब्त करने का आदेश
पूजा सिंघल की गिरफ्तारी के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी ) ने मनी लाउंड्रिंग के आरोप में संजीवनी हेल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड के अधीन चल रहे पल्स हॉस्पिटल और पल्स डायग्नोस्टिक को अस्थायी रूप से जब्त करने का आदेश जारी किया था. हालांकि वह अपने दावे के साबित करने में सफल नहीं हो सके. जांच में पाया गया कि मनी लाउंड्रिंग की राशि पल्स हॉस्पिटल, पल्स डायग्नोस्टिक और जमीन खरीदने में इस्तेमाल की गयी थी. संजीवनी हेल्थ केयर के शेयरों का नयेसिरेसेबंटवारा किया गया था. इसमें अभिषेक झा के पास 21.92 लाख रुपये मूल्य के 2,19,200 शेयर (32 प्रतिशत) और अमिता झा के पास 6.85 लाख रुपयेके 68,500 शेयर (10 प्रतिशत) हैं. इसके अलावा आयुषी पुरवार के पास 16.44 और इशिता पुरवार के पास भी 16.44 लाख के शेयर (24-24 प्रतिशत) हैं. जांच में पाया गया था कि अभिषेक झा ने अस्पताल में विभिन्न बैंकिंग चैनलों के माध्यम से 36 लाख रुपये निवेश किये थे.
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कौन-कौन सी संपत्ति जब्त हुई
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संपत्ति का ब्योरा कागजी मूल्य वास्तविक मूल्य मालिक
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पल्स डायग्नोस्टिक 1.10 करोड़ 2.70 करोड़ अभिषेक झा
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पल्स अस्पताल का भवन और जमीन 13.19 करोड़ 42.85 करोड़ पल्स संजीवनी हेल्थ केयर अस्पताल के पास 1.65 डिसमिल का कट प्लॉट 17.00 लाख 17.00 लाख अमिता झा पल्स संजीवनी के उपकरण और मशीन 34.95 करोड़ 34.95 करोड़ पल्स संजीवनी
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कांके में 17 डिसमिल जमीन 94.6 लाख 2.27 करोड़ राधेश्याम फायर वर्क्स एलएलपी
पूजा सिंघल की तबीयत हुई थी खराब
इधर, निलंबित आइएएस पूजा सिंघल की तबीयत होटवार जेल में अचानक खराब हो गयी थी. बेचैनी की शिकायत पर जेल के डॉक्टर ने पूजा सिंघल की जांच की और तुंरत उन्हें डॉक्टरों को दिखाने के लिए रिम्स भेज दिया. वहां जांच करनेके बाद उन्हें पेईंग वार्ड (कमरा संख्या 11 ए) में भर्ती कराया गया था.
मनरेगा घोटाला से ईडी के शिकंजे तक
वर्ष 2008-09 और 2009-10 में खूंटी में मनरेगा घोटाला हुआ था. जिसके बाद पूजा सिंघल 16 फरवरी 2009 से 19 जुलाई 2010 तक खूंटी की डीसी थीं. पूजा सिंघल ने इंजीनियर को मनरेगा के लिए 18.06 करोड़ अग्रिम दिये थे. बिना काम किये पैसों की निकासी के बाद वर्ष 2011 में खूंटी और अड़की थाने में इंजीनियर राम विनोद सिन्हा और आरके जैन के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था. 06 मई 2022 को ईडी ने पूजा सिंघल सहित अन्य लोगों के ठिकानों पर छापा मारा था. 07 मई 2022 को सीए सुमन कुमार सिंह को गिरफ्तार किया गया था. 08 मई 2022 को ईडी ने पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा से पूछताछ की. जिसके बाद 10 मई 2022 को पूजा सिंघल से ईडी ने पूछताछ की थी और 11 मई 2022 को पूजा सिंघल को गिरफ्तार कर लिया गया था.