रांची (वरीय संवाददाता). कांके थाना क्षेत्र के चांदनी चौक स्थित एस्टर ग्रीन अपार्टमेंट के फ्लैट संख्या 603-सी में 21 जून को इडी की छापेमारी के दौरान जमीन कारोबारी कमलेश कुमार फरार हो गया. इडी टीम के बुलावे पर भी वह फ्लैट नहीं लौटा. तब इडी की टीम ने अपार्टमेंट के सोसाइटी के पदाधिकारियों की मौजूदगी में फ्लैट का ताला खुलवाकर जांच की. वहां से एक करोड़ रुपये नकद और रायफल की 100 गोलियां बरामद की गयी. कमलेश के गायब रहने को लेकर चर्चा है कि वह इडी की छापेमारी के दौरान कांके क्षेत्र के एक युवक के साथ सड़क के रास्ते अरविंद नामक व्यक्ति के स्काॅर्पियो से कोलकाता चला गया. फिर वहां से वह बैंकाक चला गया. कमलेश को अंदेशा था कि इडी उसके किराये के फ्लैट पर छापा मारेगी. इसलिए उसने पत्नी को भी रांची से बाहर किसी रिश्तेदार के यहां भेज दिया. छह माह से दो बॉडीगार्ड रखे हुए था कमलेश : कमलेश करीब छह माह से दो निजी बॉडीगार्ड लेकर चलता था. बॉडीगार्ड आर्म्स से लैस रहते थे. जानकारी मिली है कि कमलेश तीन सालों में देखते ही देखते कांके और नगड़ी क्षेत्र में जमीन का बड़ा खेल करने लगा. वह फॉर्च्यूनर से चलता था. उसके पीछे-पीछे उसके कारिंदों की टीम दूसरे गाड़ी से चलती थी. कांके रिसॉर्ट में वह अक्सर अपने लाव-लश्कर के साथ देखा जाता था. वहीं पर वह अंचलकर्मियों व जमीन से जुड़े कारोबारियों व अफसरों के साथ मिलता-जुलता था. कुछ पुलिस अफसरों व अंचलकर्मियों की मिलीभगत के कारण वह अपनी रसूख के आधार पर जमीन पर कब्जा करने का काम करता था. उसकी कारगुजारी से लोग परेशान थे. लोग बताते हैं कि जिस जमीन पर उसकी नजर पड़ जाती थी, उस जमीन पर वह ऐन-केन प्रकारेण कब्जा जमाने के लिए हर हथकंडा आजमाता था.
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