जहां-जहां से सरना स्थल की मिट्टी उठायी गयी, वहां होगा शुद्धीकरण
केंद्रीय सरना समिति ने अध्यक्ष फूलचंद तिर्की के नेतृत्व में छठी वर्षगांठ मनायी. समिति का विस्तार करते हुए रामविलास मुंडा को रामगढ़ जिला सरना समिति का प्रभारी और भुनेश्वर लोहरा को केंद्रीय सरना समिति का संरक्षक मनोनीत किया गया. श्री तिर्की ने कहा कि वर्तमान में आदिवासियों के धर्म व संस्कृति पर चौतरफा हमले हो रहे हैं.
केंद्रीय सरना समिति ने अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने कहा
रांची : केंद्रीय सरना समिति ने अध्यक्ष फूलचंद तिर्की के नेतृत्व में छठी वर्षगांठ मनायी. समिति का विस्तार करते हुए रामविलास मुंडा को रामगढ़ जिला सरना समिति का प्रभारी और भुनेश्वर लोहरा को केंद्रीय सरना समिति का संरक्षक मनोनीत किया गया. श्री तिर्की ने कहा कि वर्तमान में आदिवासियों के धर्म व संस्कृति पर चौतरफा हमले हो रहे हैं.
कभी इसाई मिशनरियों द्वारा, तो कभी आरएसएस व विश्व हिंदू परिषद द्वारा आदिवासी परंपरा व संस्कृति को मिटाने का कुचक्र रचा जा रहा है. इसलिए जहां-जहां से सरना स्थल की मिट्टी उठायी गयी है, वहां पाहन द्वारा रंगुआ, चरका मुर्गे की बलि देकर शुद्धीकरण कराया जायेगा. मौके पर समिति के संरक्षक ललित कच्छप, अमर तिर्की, विनय उरांव, नीरा टोप्पो, सोनू मुंडा, किशन लोहरा आदि मौजूद थे.
जहांं से मिट्टी ली गयी, वहां तथ्य जुटाये जायेंगे : आदिवासी सामाजिक व सांस्कृतिक संगठनों ने आदिवासी संस्कृति व धार्मिक आस्था पर हो रहे हमले के विषय पर बैठक की. राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मगुरु बंधन तिग्गा की उपस्थिति में निर्णय लिया गया कि सामाजिक संगठनों का प्रतिनिधिमंडल 27 जुलाई को उन सरना स्थलों पर जायेगा और जहां से मिट्टी उठायी गयी है वहां तथ्य संग्रह करेगा. वहां के पाहन और समाज के लोगों के साथ बैठक करेगा. इसके पहले चरण में प्रतिनिधिमंडल चान्हो व बेड़ो जायेगा.
मिट्टी ले जानेवालों का पुतला फूंका : राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा के रांची महानगर महिला प्रकोष्ठ की सदस्यों ने पाहन, पुजार, महतो, पाइनभोरा, कोटवार व समाज का हित चाहने वालों से अपील की है कि विश्व हिंदू परिषद को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए आदिवासियों के धार्मिक स्थलों की मिट्टी न दें, क्योंकि यह सरना समाज के नियमों के विरुद्ध है.
इस मौके पर सरना स्थल की मिट्टी ले जाने वालों का पुतला फूंका गया. कहा कि पूर्व विधायक गंगोत्री कुजूर, रामकुमार पाहन, मेघा उरांव, सोमा उरांव, सन्नी टोप्पो, मेयर आशा लकड़ा को आदिवासियों के विधि-विधान की जानकारी रखनी चाहिए. उन्होंने सांसद संजय सेठ, विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष चंद्रनाथ रायपथ व मिथिलेश्वर मिश्रा की निंदा की.