कौन हैं आलमगीर आलम, जिनके पास है 7 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति

Alamgir Alam arrest : आलमगीर आलम पाकुड़ विधानसभा से कांग्रेस के विधायक हैं. उन्हें बुधवार को ईडी ने Money Laundering केस में रांची में गिरफ्तार कर लिया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 15, 2024 7:11 PM
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Alamgir Alam arrest : आलमगीर आलम पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक हैं. उन्हें बुधवार को ईडी ने Money Laundering केस में रांची में गिरफ्तार कर लिया है. बीते दिनों उनके पीएस संजीव लाल और उनके निजी सहायक जहांगीर आलम के यहां से करोड़ों रुपये मिले थे. ईडी ने उसी मामले में पूछताछ के लिए झारखंड सरकार में ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री आलमगीर आलम को 14 मई को तलब किया था. पहले दिन मंत्री से करीब 9 घंटे तक पूछताछ हुई थी. उसके बाद 15 मई को फिर तलब किया था. दिनभर चली पूछताछ के बाद शाम को ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.

कितनी हैं संपत्ति

52 साल के आलमगीर आलम के पास 7 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है. 2019 के चुनावी शपथपत्र में उन्होंने 39 लाख रुपये के कर्ज का भी खुलासा किया था. इससे पहले 2014 के हलफनामे के मुताबिक उनके पास 6 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति थी. उन्होंने उस समय 45 लाख रुपये के कर्ज का खुलासा 2014 के चुनावी हलफनामे में किया था. 2009 के हलफनामे के अनुसार उनके पास 1.41 करोड़ रुपये की संपत्ति थी. उस समय उनके ऊपर 2 लाख रुपये का कर्ज था. Myneta.info पर दी गई जानकारी के मुताबिक 2014 के चुनावी शपथपत्र में उन्होंने 1 आपराधिक केस का भी जिक्र किया था.

आलमगीर आलम के हैं दो बच्चे

झारखंड विधानसभा की साइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, आलमगीर आलम का जन्म 8 जनवरी 1950 को साहिबगंज के इस्लामपुर में हुआ था. उनके पिता का नाम स्वर्गीय सनाउल हक और माता का नाम स्वर्गीय अमीना खातून है. आलमगीर आलम के दो बच्चे हैं. इनमें एक बेटा और दूसरी बेटी है.

2000 से विधायक हैं आलमगीर आलम

झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम का पेशा बिजनेस रहा है. वह खेती से भी जुड़े हैं. उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि मध्यवर्गीय परिवार है. आलमगीर आलम की शैक्षिक योग्यता बीएससी है. आलमगीर आलम सन 2000 में विधायक बने थे. उसके बाद 2005, 2014 और 2019 में विधायक चुने गए. उन्होंने कभी भी सांसदी का चुनाव नहीं लड़ा. वह बांग्लादेश, मलेशिया, थाईलैंड, सिंगापुर और सऊदी अरब की यात्रा कर चुके हैं.

झारखंड के मंत्री की क्यों हुई गिरफ्तारी?

आलमगीर आलम को 12 मई को ईडी ने पूछताछ के लिए समन किया था. उन्हें ईडी ने अपनी संपत्ति के कागजात के साथ पेश होने को कहा था. ईडी ने बीते हफ्ते आलमगीर के पीएस संजीव लाल और नौकर जहांगीर आलम के घर दबिश दी थी. उस छापेमारी में ईडी को 35.23 करोड़ रुपए कैश बरामद हुए. संजीव लाल झारखंड प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं. इतना कैश मिलने के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था. ईडी की टीम ने 7 मई को दोनों को गिरफ्तार कर लिया था. उनसे पूछताछ के आधार पर आलमगीर को तलब किया गया था.

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