कौन है गैंगस्टर अमन साहू, जिसके ठिकानों पर एनआईए ने मारी रेड
गैंगस्टर अमन साहू जेल में रहकर ही अपने खौफनाक मंसूबों को अंजाम देता है. उसके ऊपर 50 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं. साहू कोल माइनिंग कंपनियों के मालिक को अपना निशाना बनाता है और उनसे रंगदारी की मांग करता है.
झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार, 19 जून को बड़ी कार्रवाई की है. एनआईए ने साहू के कई ठिकानो पर छापेमारी की है. बता दें कि, कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू दुमका जेल में रहकर अपने खौफनाक मंसूबों को अंजाम देता है. अमन साहू गैंग का झारखंड के कई जिलों में एक्टिव है.
झारखंड के कई जिलों में फैला है गैंग का नेटवर्क
अमन साहू का नेटवर्क धनबाद, रांची, रामगढ़, चतरा, हजारीबाग, पलामू, लातेहार, बोकारो जैसे झारखंड के तमाम जिलों में फैला हुआ है. साहू के रडार पर कोल माइनिंग कंपनियां, कोयला व्यवसायी और ट्रांसपोर्ट फील्ड के बिजनेसमैन रहते हैं. साहू इनको अपना टारगेट बनाकर इनसे रंगदारी की मांग करता है और जो उसकी बात नहीं मानता उसके गुर्गे उसे गोलियों से भून देते हैं.
2019 में पहली बार हुआ था गिरफ्तार
रिपोर्ट्स के अनुसार, कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू पहली बार 2019 में गिरफ्तार हुआ था. लेकिन, 29 सितंबर 2019 को ही वह पुलिस की गिरफ्त से फरार हो गया. पुलिस ने उसे 3 साल बाद जुलाई 2022 में दोबारा गिरफ्तार किया. साहू अभी झारखंड के दुमका जेल में बंद है. बताया जाता है कि अमन साहू के गिरोह के पास एडवांस हथियार हैं जिसके दम पर वह अपने खौफनाक मंसूबों को अंजाम देते हैं.
इसे भी पढ़ें: गैंगस्टर अमन साहू गैंग के सुनील मीणा का पासपोर्ट ब्लॉक, लुक आउट नोटिस जारी
50 से अधिक मुकदमे हैं दर्ज
अमन साहू ने मात्र 17 साल की उम्र में ही अपराध की दुनिया में कदम रख दिया था. गैंगस्टर साहू के ऊपर लगभग 50 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं. 9 मई 2023 को एनटीपीसी कोल परियोजना की आउटसोर्स कंपनी ‘ऋत्विक’ के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर शरद कुमार की हत्या में भी अमन साहू का हाथ होने की बात कही जा रही थी. खबरों के अनुसार, शरद कुमार से 60 करोड़ की रंगदारी की मांग की गई थी और मांग पूरी न करने पर उनकी हत्या कर दी गई. इसके अलावा गिरिडीह जेल के जेलर पर फायरिंग के आरोप भी अमन साहू पर लगे थे.
इसे भी पढ़ें: पुलिस का अमानवीय चेहरा फिर आया सामने, थानाध्यक्ष से बहस करना महिला को पड़ा भारी
पढ़ाई के बाद रखा अपराध की दुनिया में कदम
अमन साहू ने 12वीं पास करने के बाद डिप्लोमा की पढ़ाई की. उसके बाद उसने एक मोबाइल का दुकान खोली. इस दौरान वह कुछ अपराधियों के संपर्क में आ गया और खुद का ही एक साम्राज्य खड़ा करने की होड़ में बढ़ने लगा.
इसे भी पढ़ें: NIA Raid in Jharkhand: गैंगस्टर अमन साहू के खिलाफ एनआईए की बड़ी कार्रवाई, रांची-हजारीबाग में 6 घंटे चली रेड