प्रतिनिधि, डकरा : अनुसूचित जाति व जनजाति को मिले आरक्षण में क्रीमीलेयर लागू करने का अधिकार राज्य सरकार को देने के निर्णय के विरोध में एसटी/एससी/ओबीसी एकता मंच के आह्वान पर भारत बंद का बुधवार को डकरा क्षेत्र में व्यापक असर रहा. सर्वोच्च न्यायालय के उक्त निर्णय के विरोध में कोयलांचल में स्वत: स्फूर्त बंद रहा. मंच से जुड़े सदस्य डकरा आंबेडकर पार्क में जुटे. यहां से वे नारेबाजी करते हुए बाइक व अन्य वाहनों से भ्रमण करते हुए प्रतिष्ठानों को बंद कराया. कोयला खदानों में घुसने को लेकर सीआइएसएफ जवानों ने जुलूस को रोक दिया. जिसके कारण खदानों में आंशिक तौर पर बंद का असर हुआ. कोयला ढ़ुलाई, डिस्पैच, कार्यालय आदि का काम पहले हाफ तक पूरी तरह बंद रहा. यात्री परिचालन, दुकानें, पेट्रोल पंप, पोस्ट ऑफिस, बैंक आदि को भी बंद करा दिया गया. स्कूल प्रबंधन ने एक दिन पहले ही बंद रखने की सूचना जारी कर दी थी. बाद में एसटी-एससी समाज खलारी के बैनर तले एक ज्ञापन खलारी सीओ को देकर माननीय सर्वोच्च न्यायालय को अपनी भावनाओं से अवगत कराया गया. जिसमें आरक्षण को लेकर वर्गीकरण और कोटा में कोटा के निर्णय से समाज में विभेद जैसी संभावना के बारे में बताया गया है. इसके बाद आंबेडकर पार्क में बैठक कर बंद की समीक्षा की. बंद को सफल बनाने में सहयोग करनेवालों के प्रति आभार जताया गया. इस अवसर पर बहुरा मुंडा, इंदिरा देवी, रामलखन गंझू, कन्हाई पासी, देवपाल मुंडा, रंथू उरांव, बालेश्वर उरांव, विजय उरांव, बिरजु, अमरलाल सतनामी, हरेंद्र राम, उपेंद्र कुमार, रामदेव राम, रामेश्वर भोग्ता, उमेश लोहरा, नित्या कुमार, कैलाश तुरी, सुकरा उरांव, मनु तुरी, संदीप कुमार, चरका मुंडा, अनिता गंझू, उपेंद्र कुमार आर्य, प्रदीप उरांव, रामपरीखा राम, रामदेव राम, रवींद्र बैठा, सूरज कुमार दास आदि मौजूद थे.
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