लापरवाही: सिजेरियन के दौरान महिला के पेट में छोड़ी गॉज बैंडेज, गर्भाशय का निचला हिस्सा क्षतिग्रस्त

रांची के डोरंडा औषधालय में डॉक्टरों की लापरवाही का मामला सामने आया है. दरअसल सिजेरियन डिलिवरी के दौरान डॉक्टरों ने गॉज बैंडेज छोड़ स्टिच कर दिया. ऑपरेशन के दौरान पत्नी का गर्भाशय का निचला हिस्सा क्षतिग्रस्त कर दिया गया. अब पति आर्थिक तंगी के कारण पत्नी का इलाज कराने में असमर्थ है

By Sameer Oraon | October 13, 2022 11:43 AM

रांची : डोरंडा औषधालय में डॉक्टरों की लापरवाही के कारण सिंह मोड़ लटमा निवासी ऑटो ड्राइवर विशाल वर्मा की पत्नी आरती देवी की जान पर बन आयी है. घटना पांच जुलाई की है. 26 वर्षीया आरती देवी को सिजेरियन डिलिवरी के लिए डोरंडा अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहां ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने पेट में गॉज बैंडेज (रुई या पट्टी का बंच) छोड़ स्टिच कर दिया. महिला के पति विशाल वर्मा ने बताया कि डॉ कंचन गुप्ता और गुरुनानक अस्पताल के सर्जन डॉक्टर सुनील सिंह ने पत्नी का ऑपरेशन किया था.

ऑपरेशन के दौरान पत्नी का गर्भाशय का निचला हिस्सा क्षतिग्रस्त कर दिया गया. उन्होंने कहा कि काफी देर बाद डॉक्टरों ने कहा कि बच्चेदानी पूरी तरह से खराब हो गयी. वह अब मां नहीं बन सकती. उन्होंने कहा कि जब पत्नी की स्थिति पहले ही गंभीर थी, तो डॉक्टरों ने हायर सेंटर रेफर क्यों नहीं किया. अब ऑटो चालक पति तंगी के कारण पत्नी का इलाज कराने में असमर्थ है.

वह इलाज और न्याय की गुहार लगा रहे हैं. बताया जाता है कि महिला जब अस्पताल से घर आयी तो कुछ दिनों बाद उसे पेट के निचले हिस्से में हल्का दर्द महसूस हुआ. बुधवार को असहनीय दर्द होने पर वह निजी डॉक्टर के पास गयी. डॉक्टर ने सोनोग्राफी और सिटी स्कैन कराया तो मामले का खुलासा हुआ. रिपोर्ट देख चिकित्सक ने पेट में गॉज बैंडेज है. पति जब जांच रिपोर्ट लेकर बुधवार को डोरंडा अस्पताल पहुंचे, तब अस्पताल की प्रभारी डॉ मीता सिन्हा ने इलाज का भरोसा देने के साथ गलती पर कार्रवाई की बात कही. देर शाम तक पीड़िता का इलाज के लिए जिला अस्पताल प्रबंधन लगा हुआ था.

Next Article

Exit mobile version