Jharkhand News: बाजरा और मड़ुआ की खेती से सशक्त होंगी महिला किसान, झारखंड से खत्म होगा कुपोषण

Jharkhand News: बायो फोर्टिफाइड फसलों के माध्यम से कुपोषण खत्म करने की पहल विषय पर राज्य स्तरीय कार्यशाला सह तकनीकी प्रशिक्षण का आयोजन किया गया. पीवीटीजी परिवारों में सही पोषण के लिए बायो फोर्टिफाइड मडुआ और बाजरा लगाने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा.

By Guru Swarup Mishra | July 19, 2024 10:14 PM

Jharkhand News: रांची-भूख और कुपोषण जैसी समस्याओं को खत्म करने के लिए पलाश (जेएसएलपीएस), हार्वेस्टप्लस (आईएफपीआरआई), और आईएसडीजी रिसर्च फाउंडेशन (प्रशिक्षण सहयोगी) के साझा प्रयास से बायो फोर्टिफाइड फसलों के माध्यम से कुपोषण खत्म करने की साझा पहल विषय पर जेएसएलपीएसकर्मियों के लिए दो दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला सह तकनीकी प्रशिक्षण का आयोजन 15 और 16 जुलाई 2024 को किया गया. इसमें महिला किसानों को बायो-फोर्टिफाइड बाजरा और मिलेट (मड़ुआ) की खेती के जरिए सशक्त बनाने पर विशेष ध्यान दिया गया.

मड़ुआ और बाजरा लगाने के लिए किया जायेगा प्रशिक्षित


झारखंड में विशेष कर पीवीटीजी परिवार पर्याप्त भोजन मिलने के बाद भी छिपी हुई भूख (हिडन हंगर ) के दुष्परिणामों से प्रभावित हैं. इस स्थिति में व्यक्ति को कैलोरी तो मिलती है लेकिन आवश्यक विटामिन और खनिज, जैसे कि जिंक, कैल्शियम, आयोडीन और आयरन की कमी हो जाती है. यह पोषण से होने वाली कमी गंभीर परिणामों को जन्म देती है. इसमें दृष्टि हानि, शारीरिक और मानसिक विकास में रुकावट, एनीमिया के कारण कमजोरी और संक्रमण के प्रति संवेदनशीलता शामिल है.

बायो फोर्टिफिकेशन के विस्तार प्रक्रिया का प्रशिक्षण

वर्कशॉप में कैल्शियम, आयरन से भरपूर बाजरा और जिंक से भरपूर गेहूं के पैकेज ऑफ़ प्रैक्टिसेज, बायो फोर्टिफिकेशन के विस्तार प्रक्रिया का प्रशिक्षण और कार्यक्रम की कार्य योजना बनाने पर विस्तृत चर्चा हुई. पलाश (जेएसएलपीएस) और हार्वेस्टप्लस की साझेदारी का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाना और झारखंड में कुपोषण से लड़ना है. हर व्यक्ति के खेतों में उपयुक्त बायो फोर्टिफाइड बीज पंहुचा कर, उन्हें उसका कृषि प्रबंधन सिखा कर, खाद्य श्रृंखला में पोषक खाद्यान्न की उपलब्धता के माध्यम से ही यह संभव है.

कार्यशाला में ये थे उपस्थित

इस वर्कशॉप सह प्रशिक्षण में गुमला, पाकुड़, पूर्वी सिंहभूम, गढ़वा, पलामू और लातेहार जिला के विभिन्न प्रखंडो से कर्मी, नेशनल मिशन मैनेजमेंट यूनिट-डेएनआरएलएम के मिशन मैनेजर जयराम किल्ली, मुख्य परिचालन पदाधिकारी-जेएसएलपीएस बिष्णु सी परिदा, हार्वेस्ट प्लस के प्रोग्राम लीड प्रतीक उनियाल, स्टेट प्रोग्राम मेनेजर – लाईवलीहुड डॉ प्रवीण सिंह, एसपीसी-पीवीटीजी शुभकांत नायक, हार्वेस्ट प्लस के स्वाधीन पटनायक, आईएसडीजी रिसर्च फाउंडेशन से कुमार देवाशीष एवं विभिन्न ज़िलों से आए पलाश (जेएसएलपीएस) के जिला एवं प्रखंड स्तर के कर्मी उपस्थित थे.

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