Women’s Day 2022: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग द्वारा प्रोजेक्ट भवन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान राज्य की बेटियों को शिक्षा का तोहफा दिया गया. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और मंत्री जोबा मांझी ने सेतु शिक्षा पाठ्यक्रम का विमोचन किया. सेतु शिक्षा पाठ्यक्रम राज्य के 17 जिले में शुरू हो रहा है. इसके तहत स्कूल से दूर 8वीं से 10वीं तक की शिक्षा से 14 से 20 वर्ष की बालिकाओं को जोड़ना है. सीएम ने कहा कि महिलाओं को प्रोत्साहन देना सरकार की प्राथमिकताओं में है. सरकार हर महिला के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने को संकल्पित है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को सशक्त करने का कार्य हो रहा है, जिस तरह महिलाएं बढ़ना चाहती हैं. वैसी कार्य-योजना बन रही है. जो अपने पैरों पर खड़ा होने की इच्छुक हैं. सरकार उन्हें हर संभव सहयोग देने को तैयार है. शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में महिला उत्पीड़न को लेकर बातें आती हैं. आज भी ऐसी सोच विद्यमान है, जिसे समाप्त करने का दायित्व हम सबका है तभी हम समान नजरों से देख महिलाओं को साथ लेकर आगे बढ़ सकते हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष ध्यान देने की जरूरत है, जहां कुंठित जीवन जीने को महिलाएं विवश हैं. उन तक हमें पहुंचना होगा.
Also Read: Train News: धनबाद-गोमो रेलखंड से गुजरने वाली कुछ ट्रेनें 10 मार्च को रहेंगी रद्द, इन ट्रेनों के रूट बदले
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के दिन को हम महत्वपूर्ण दिन के रूप में देख सकते हैं. मानव सृजन से अब तक कहीं ना कहीं किसी ना किसी रूप में महिलाओं की भूमिका प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रही है. अलग-अलग समय में विकास की लकीरें खींची गईं. समूह, वर्ग, जाति और धर्म में लोग विभक्त हुए. अपने समाज और संस्कृति के साथ सभी बढ़ते चले गए. कुछ पीछे भी रहे. ऐसे पीछे छूट चुकी महिलाएं और भी पीछे चली गईं, लेकिन पुरुष की तरह महिलाएं भी सब कुछ कर सकती हैं.
Also Read: झारखंड विधानसभा बजट सत्र: सिर पर हेलमेट व घोड़े की सवारी, नये अंदाज में विधानसभा पहुंचीं अंबा प्रसाद
महिला एवं बाल विकास मंत्री जोबा मांझी ने कहा कि आज हर क्षेत्र में महिलाएं बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही हैं. पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने की जरूरत है. यहां कई योजनाओं का संचालन सफलतापूर्वक किया जा रहा है. समय है आवश्यकता अनुरूप योजनाओं को चुन आगे बढ़ने का. तेजस्विनी परियोजना का क्रियान्वयन 17 जिलों में हो रहा है. 12,800 क्लब में 10.89 लाख युवतियां जुड़ी हैं. सरकार लगातार महिलाओं के उत्थान के लिए कार्य कर रही है.
Also Read: Women’s Day 2022: स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण लेकर बन रहीं स्वावलंबी, महात्मा गांधी के सपने कर रहीं साकार
मुख्यमंत्री ने योजनाओं का लाभ देने के लिए ग्रामीण महिलाओं को आधार किट प्रदान किया. योजनाओं में आधार कार्ड की अनिवार्यता को देखते हुए महिलाओं को किट दिया गया, ताकि लाभुकों का आधार कार्ड बने और उन्हें योजनाओं का लाभ दिया जा सके. इस मौके पर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, प्रधान सचिव अविनाश कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, निदेशक समाज कल्याण ए डोडे, विश्व बैंक के प्रतिनिधि, सखी मंडल की महिलाएं एवं अन्य उपस्थित थे.
Posted By : Guru Swarup Mishra