RANCHI NEWS : क्रिटिकल मिनरल वाले देश ही दुनिया को कंट्रोल करेंगे : अबु बकर
प्रोजेक्ट भवन सभागार में खान विभाग ने सोना एवं हीरा समेत एक्सप्लोरेशन ऑफ क्रिटिकल एंड स्ट्रेटजी विषय पर कार्यशाला आयोजित हुई़
सोना, हीरा समेत क्रिटिकल एवं स्ट्रेटजी मिनरल्स की संभावनाओं पर कार्यशालारांची. जिस देश के पास कोयला, लोहा छोड़कर क्रिटिकल एंड स्ट्रेटजी मिनरल्स होगा, वह भविष्य में दुनिया को कंट्रोल करेगा. झारखंड में क्रिटिकल मिनरल्स की अपार संभावना है. इसकी खोज की जरूरत है. यह बात वन एवं पर्यावरण विभाग के सचिव अबु बकर सिद्दीख ने कही. वह शुक्रवार को प्रोजेक्ट भवन सभागार में खान विभाग द्वारा आयोजित सोना एवं हीरा समेत एक्सप्लोरेशन ऑफ क्रिटिकल एंड स्ट्रेटजी (महत्वपूर्ण एवं सामरिक) विषय पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि निजी संस्थानों को भी इसकी खोज के लिए अधिक से अधिक प्रस्ताव देना चाहिए. खनिजों की खुदाई के साथ-साथ इस बात पर भी ध्यान रखें कि पर्यावरण को नुकसान न हो. एक पेड़ काटते हैं, तो उसके बदले तत्काल दूसरा पेड़ लगाने का प्रावधान हो. उन्होंने आधुनिक तकनीक के प्रयोग का भी सुझाव दिया, जिससे पर्यावरण को नुकसान न हो.
सभी संस्थानों से परस्पर समन्वय के साथ कार्य करने का निर्णय
कार्यशाला में भारत सरकार द्वारा अधिसूचित 30 महत्वपूर्ण और सामरिक खनिज को नीलामी हेतु तैयार करने की दिशा में सभी संस्थानों से परस्पर समन्वय के साथ कार्य करने का निर्णय लिया गया. भूतत्व निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि सामरिक खनिज के पोंची ग्रेफाइट खनिज ब्लॉक की सफलतापूर्वक नीलामी कर ली गयी है. उप निदेशक भूतत्व अमिताभ कुमार ने सामरिक खनिज के औद्योगिक उपयोग हेतु आधारभूत संरचना तैयार करने की दिशा में आवश्यक कार्य करने पर बल दिया. दो अलग-अलग तकनीकी सत्रों में कुल 14 शोध पत्र को प्रस्तुत किये गये. कार्यक्रम में खान निदेशक राहुल सिन्हा समेत एनएमइटी सचिवालय, भारत सरकार, जीएसआइ, आइबीएम, एनएमएल, सीआइएमएफआर, सीएमपीडीआइएल, परमाणु खनिज निदेशालय, आइआइटी धनबाद, संत जेवियर कॉलेज रांची के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे.30 खनिज कहलाते हैं क्रिटिकल मिनरल
कार्यशाला में बताया गया कि कोबाल्ट, कॉपर, ग्रेफाइटस, लिथियम, निकेल, प्लेटिनम, फॉस्फोरस, पोटाश, सिलिकन, टिन समेत अन्य खनिज क्रिटिकल मिनरल्स कहलाते हैं. जो देश के सामरिक महत्व के खनिज हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है