राजधानी रांची के बरियातू के कुछ लोग हर साल पौधे लगाते है. साथ ही इनमें से किसी के घर में एसी नहीं है. यहां के निवासी ओम प्रकाश पांडे का कहना है कि एसी से हमें ठंडक जरूर मिलेगी लेकिन पर्यावरण को जो नुकसान होगा उसे हमारी आने वाली पीढ़ी झेलेगी.
वहीं, इनकी पत्नी किरण पांडे ने कहा कि मैं अपने बच्चों को हमेशा ये बात सिखाती हूं कि अपनी सुविधा के लिए कभी भी पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए. और मुझे खुशी है कि मेरे बच्चे इसी रास्ते पर चल रहे है.
पूरी सोसाइटी के लोग हर साल पर्यावरण दिवस के दिन अलग-अलग जगहों पर जाकर पौधरोपण करते है. इसमें बच्चे-बड़े और बूढ़े हर कोई शामिल होता है.
सोसाइटी के लोगों ने का कहना है कि हर बार बाहर पौधा लगाने से उसकी सेवा नहीं कर पाते थे, इसलिए हमने हमारे घर के सामने ही ऐसी व्यवस्था की और पौधा लगाया.
वहीं, एक अन्य महिला ने कहा कि कोरोनाकाल में आक्सिजन की जरूरत देख हमें यह समझ आया कि पर्यावरण की रक्षा करना कितना जरूरी है. इसलिए हम हर साल ऐसे कार्यक्रम का आयोजन करते है.
वहीं, बुजुर्गों ने इन पौधों की रक्षा का जिम्मा उठाया है. उनका कहना है कि बुढ़ापे में इन्हीं पौधों से बीच रहना उन्हें पसंद है.
हर साल पर्यावरण दिवस पर पौधा लगाने के साथ-साथ इस सोसाइटी के लोग हर दिन इन पौधों को पानी देते है और समाज में जागरूकता फैलाने का काम करते है.