Ranchi News : डीएसपीएमयू में विश्व दार्शनिक दिवस का आयोजन
विश्व को दार्शनिक चिंतन ही स्थिरता प्रदान कर सकता है: डॉ शांडिल्य
रांची. डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के पीजी दर्शनशास्त्र विभाग में सोमवार को विश्व दार्शनिक दिवस का आयोजन किया गया. इसका केंद्रीय विषय था वर्तमान परिदृश्य में दर्शनशास्त्र की प्रासंगिकता. इसमें मुख्य अतिथि के रूप में एडीजी रेलवे डॉ तदाशा मिश्रा शामिल हुई. उन्होंने (जो स्वयं दर्शनशास्त्र की विद्यार्थी रहीं हैं) विश्व दार्शनिक दिवस पर विद्यार्थियों को दर्शन के महत्व और उपयोगिता के बारे में बताया. अपने अध्यक्षयीय संबोधन में कुलपति ने कहा कि विश्व दर्शन 2024 थीम ही है सामाजिक अंतर को पाटना. भारतीय दर्शन में व्याहारिक पक्ष पर ज्यादा जोर दिया गया है. उन्होंने इस संदर्भ में गांधी के दर्शन की चर्चा करते हुए प्लेटो, सुकरात, अरस्तू और विवेकानंद के दर्शन की प्रासंगिकता का उल्लेख किया.उन्होंने कहा कि भारतीय दर्शन का मकसद सिर्फ़ मानसिक कौतूहल को पूरा करना नहीं है, बल्कि ज़िंदगी की समस्याओं को सुलझाना भी है. भारतीय दर्शन विश्व की चिंतन को स्थिरता प्रदान करता है. इस अवसर पर दर्शनशास्त्र विभाग की डॉ आभा झा की पुस्तक नवमानववाद: एक समग्र अध्ययन का विमोचन किया गया. इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में रिम्स न्यूरोसर्जरी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ एचपी नारायण के अलावा रांची विवि की पूर्व डीन डॉ सरस्वती मिश्रा, पीआरओ प्रो राजेश कुमार सिंह, डॉ रेखा झा, डॉ अयूब, डॉ सर्वोत्तम कुमार सहित अन्य मौजूद थे.
स्टूडेंट क्लब फिलॉसोफिया का उदघाटन
कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य ने इस अवसर पर विभाग द्वारा बनाये गये स्टूडेंट क्लब फिलॉसोफिया का उदघाटन किया. कार्यक्रम का सबसे मुख्य आकर्षण रहा फिलॉसफर वॉक, जिसमें विद्यार्थियों द्वारा प्रसिद्ध ग्रीक दार्शनिक, सुकरात, प्लेटो, अरस्तू के साथ भारतीय दार्शनिक उक्तियों का अभिनय किया गया. वहीं विभाग की ओर से आयोजित निबंध प्रतियोगिता (विषय: मैंने दर्शनशास्त्र क्यों चुना) में विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया. इसमें वत्सल कुमार प्रथम, निखिल द्वितीय और वत्सल कुमार तृतीय स्थान पर रहे.
जेएन कॉलेज धुर्वा में एनसीसी दिवस का आयोजन
रांची.
जेएन कॉलेज धुर्वा में सोमवार को एनसीसी दिवस का आयोजन किया गया. प्राचार्य डॉ अबरार अहमद ने कहा कि एनसीसी अपना 76 वर्ष पूरा कर चुका है. आज यह विश्व का सबसे बड़ा युवा संगठन बन चुका है. इस अवसर पर एनसीसी कैडेटों द्वारा देशभक्ति नाटक, बिहू नृत्य, आदिवासी नृत्य के साथ–साथ झारखंड की कला संस्कृति का प्रदर्शन किया. संचालन संजना व विश्वजीत ने किया. इस अवसर पर एनसीसी पदाधिकारी डॉ विद्यानंद चौधरी, डॉ इंद्रजीत सिंह, डॉ पुष्कर सिंह, डॉ आमोद सिंह, डॉ राजेश कुमार, डॉ हिमावती बिन्हा, डॉ निखिल लकड़ा, विकास कच्छप, करण नायक, काजल कुमारी आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है