World Post Day: डाक सेवाएं समय के साथ बदल रही हैं. पोस्टमैन अब घंटी बजाने की जगह टेक्नोलॉजी फ्रेंडली हो गये हैं. पत्र और पार्सल पहुंचाने वाले पोस्टमैन बाइक-कार और मोबाइल ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं. हालांकि, इंटरनेट के जमाने में अंतरदेशीय पत्र और पोस्टकार्ड की उपयोगिता कम हुई है. बावजूद इसके डाकघर की सेवाएं बंद नहीं हुईं. आज भी लोग आधिकारिक पत्राचार, पार्सल सेवा, स्पीड पोस्ट, रेकरिंग और सरकारी योजनाओं का लाभ ले रहे हैं. डाक टिकट का कलेक्शन कर रिकॉर्ड बनाया जा रहा है. डाक टिकट संग्रह करनेवाले ऐसे लोगों को फिलेटलिस्ट का नाम दिया गया है. आज की रिपोर्ट डाक सेवा की पुरानी विरासत, जाे नये जमाने के अनुकूल ढलकर नयी इमारत खड़ी कर रही, उसपर आधारित है.
150 पोस्टमैन रांची में दे रहे स्मार्ट सेवा
डाक विभाग रांची सर्किल के शहरी क्षेत्र में 30 पोस्ट ऑफिस हैं, जिससे 150 पोस्टमैन जुड़े हुए हैं. इनमें 10 पोस्ट ऑफिस में डिलिवरी सेवा उपलब्ध है, जहां सभी पोस्टमैन सेवा दे रहे हैं. सबसे ज्यादा 41 पोस्टमैन रांची जीपीओ से जुड़े हुए हैं. वहीं 25 पोस्टमैन डोरंडा पोस्ट ऑफिस में कार्यरत हैं. अब सभी पोस्टमैन स्मार्ट और टेक्नोलॉजी फ्रेंडली बन चुके हैं. अब पेपर स्लिप की जगह मोबाइल पर ”पोस्ट मैन ऐप” इस्तेमाल करते दिख जाते हैं. इसमें चिट्ठी का इनवाइस जोड़ दिया जाता है. ऐप में जीपीएस ट्रैकर होने से इनकी मॉनिटरिंग भी हो रही है. इससे डाक विभाग को शिकायत दूर करने में मदद मिलती है.
डाकघर में मिलनेवाली सुविधाएं : पोस्ट ऑफिस सेविंग्स एकाउंट (एसबी), आरडी, टीडी, एमआइएस, पीपीएफ, एससीएसएस, सुकन्या समृद्धि एकाउंट, एनएससी, केवीपी, एमएसएससी.
ये भी जानें :
पोस्ट ऑफिस सेविंग एकाउंट में 4% ब्याज मिलता है.
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में प्रत्येक तीन माह में जमा हुई राशि पर 8.2% ब्याज दिया जाता है.
डाक विभाग ने एक अगस्त तक राज्य की 483195 बेटियों को सुकन्या समृद्धि योजना से जोड़ा.
किसान विकास पत्र के तहत जमा हुई राशि पर 7.5 % का वार्षिक ब्याज दिया जाता है.
कियोस्क की सुविधा
पोस्टल सेवा के लिए डाकघर में अब लंबी कतार से बचा जा सकता है. डाकघर में सेल्फ सर्विस कियोस्क की सुविधा है. रांची जीपीओ में लोग इस सुविधा का लाभ उठा रहे हैं. इससे स्पीड पोस्ट या 35 किलो तक के पार्सल की ऑनलाइन इंट्री हो रही है. लोग सामान का वजन कराकर पत्र या पार्सल के गंतव्य का नाम और पता का डिजिटल इंट्री खुद ही कर रहे हैं. इसके बाद क्योस मशीन बार कोड और स्टैंप उपलब्ध करा रही है.
दो वर्षों में 1.7 लाख पोस्टकार्ड की हुई बिक्री
इंटरनेट के जमाने में सूचना का आदान-प्रदान आसान हो गया है. वहीं डाकघर में आज भी पीले रंग के पोस्टकार्ड और नीले रंग के अंतर देशीय पत्र (इंडियन लेटर कार्ड) की बिक्री होती है. प्रभारी डाक पाल संजय सिंह ने बताया कि 2010 के बाद से मांग घटी है, लेकिन अब भी संतोषजनक है. सिर्फ रांची जीपीओ से पिछले दो वर्षों में 1,70,300 पोस्टकार्ड और 48,900 अंतरदेशीय पत्र की बिक्री हो चुकी है.
पिछले दो वर्षों में 62 स्टांप हुए जारी
फिलाटेलिक ब्यूरो के संदीप कुमार महतो ने बताया कि पोस्ट कार्ड और पत्र के साथ स्टांप की भी मांग बनी हुई है. डाक विभाग प्रत्येक माह नया डाक टिकट जारी कर रहा है. इस वर्ष जनवरी से सितंबर तक 29 डाक टिकट जारी हो चुके हैं. इसके जरिए लोगों तक खास संदेश पहुंचाया जा रहा. इस वर्ष सुरक्षित जायें प्रशिक्षित जायें, भारत और इजिप्ट के बीच राजनयिक संबंध के 75 वर्ष, आजादी का अमृत महोत्सव, ओड़िशा के वीर, आर्मी डे का 75वां वर्ष, मन की बात, इंटरनेशनल इयर ऑफ मिलेट्स, राजाराम मोहन राय की 250वीं जयंती पर डाक टिकट जारी हो चुके हैं. वहीं पिछले वर्ष जनवरी से दिसंबर तक 33 डाक टिकट जारी किये गये थे.
लोगों के लिए पर्सनलाइज स्टांप बनवाने की है सुविधा
डाक विभाग का फिलाटेलिक ब्यूरो आर्थिक रूप से सशक्त करने में जुटा है. विशेष आयोजन पर लोगों को माई स्टांप और स्पेशल कवर तैयार करने के लिए प्रेरित किया जाता है. कोई भी व्यक्ति जन्मदिन, वार्षिकोत्सव, शुभकामनाएं, सेवानिवृत्ति, वैवाहिक आयोजन या पूजा अनुष्ठान पर पर्सनलाइज स्टांप या स्पेशल कवर छपवा सकता है. इन स्पेशल स्टांप का कलेक्शन भी लोग बखूबी करते हैं.
300 रुपये में माई स्टांप छपवायें
डाकघर के फिलाटेलिक ब्यूरो से संपर्क कर ~300 में कोई भी व्यक्ति माई स्टांप छपवा सकता है. इसके लिए पांच-पांच रुपये के 12 डाक टिकट मिनियेचर सीट पर उपलब्ध कराना होता है. माई स्टैंप छपवाने के लिए आधार कार्ड, वोटर आइडी, ड्राइविंग लाइसेंस या पासपोर्ट जरूरी है.
खास अवसर के लिए बनवायें स्पेशल कवर
वहीं, डाक विभाग विशेष आयोजन पर विशेष आवरण (स्पेशल कवर) के प्रकाशन की सुविधा भी दे रहा है. स्पेशल कवर किसी व्यक्ति विशेष पर नहीं होता. बल्कि कोई संस्था खास अवसर पर इसे प्रकाशित करा सकती है. इसके लिए करीब 1.83 लाख रुपये खर्च होते हैं. इस राशि में 2000 स्पेशल कवर तैयार किया जाता है. हाल ही में झारखंड आदिवासी महोत्सव 2023 पर राज्य सरकार ने स्पेशल कवर तैयार कराया था, जिसे देशभर के 1700 फिलेटलिस्ट अपने संग्रह में शामिल कर चुके हैं.
नौ से 13 तक डाक सप्ताह
1874 में नौ अक्तूबर को यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (यूपीयू) की स्थापना हुई थी. इस विशेष अवसर को अब ”विश्व डाक दिवस” के रूप में मनाया जाता है. इस वर्ष नौ से 13 अक्तूबर तक डाक सप्ताह मनाया जा रहा है. थीम है : विश्वास के लिए एक साथ. इस अवसर पर डाक विभाग ”क्लिक एंड बुक सर्विस” की शुरुआत भी करने जा रहा है. इससे व्यक्ति अब इंडिया पोस्ट की वेबसाइट पर पत्र या पार्सल की बुकिंग कर सकते हैं. इसके बाद पोस्टमैन आपके घर से पत्र या पार्सल ले जायेंगे. डोर-टू-डोर सर्विस की ट्रैकिंग होगी. इसकी सूचना मोबाइल और वेबसाइट पर दी जायेगी.
पोस्ट ऑफिस से जुड़ रहे बड़े ब्रांड
रांची डाक मंडल के वरिष्ठ डाक अधीक्षक उदय भान सिंह ने बताया कि इंटरनेट के जमाने में चिट्ठी-पत्री कम हुई है. जबकि, डाक विभाग का बिजनेस पार्सल डिलिवरी के कारण तेजी से बढ़ा हैं. देश के बड़े ब्रांड डिलिवरी सेवा के लिए पोस्ट ऑफिस से जुड़ रहे हैं. रांची जीपीओ डाक विभाग का नोडल डिलिवरी सेंटर बन चुका है. यहां से 10 पोस्टमैन चारपहिया और दोपहिया वाहनों से पार्सल की डिलिवरी करते हैं.
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