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विश्व आदिवासी दिवस: CUJ में सांस्कृतिक मार्च, बजरा में प्रतिरोध संकल्प, राजद ने महिलाओं को किया सम्मानित

विश्व आदिवासी दिवस पर राजद के प्रदेश कार्यालय में राष्ट्रीय जनता दल (झारखंड) के द्वारा आदिवासी महिलाओं को सम्मानित किया गया. इधर, आदिवासियों पर बढ़ते अत्याचार के खिलाफ़ प्रतिरोध संकल्प के साथ बजरा में विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया. आदिवासी मैदान से सरना झंडा और गाजे-बाजे के साथ रैली निकाली गयी.

By Guru Swarup Mishra | August 9, 2023 7:28 PM
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रांची: विश्व आदिवासी दिवस पर झारखंड में कई कार्यक्रमों काआयोजन किया गया. राजधानी रांची के सीयूजे (सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड) में जहां सांस्कृतिक मार्च व कार्यक्रम किए गए, वहीं बजरा में प्रतिरोध संकल्प के साथ आदिवासी दिवस मनाया गया. इस मौके पर गाजे-बाजे के साथ रैली निकाली गयी. झारखंड राजद के प्रदेश कार्यालय में राष्ट्रीय जनता दल द्वारा आदिवासी महिलाओं को सम्मानित किया गया. इस दौरान आदिवासियों के शोषण पर चिंता व्यक्त की गयी.

आदिवासी समाज की समस्या एवं निदान पर रखे विचार

विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड में ट्राइबल स्टूडेंट्स कल्चरल एसोसिएशन CUJ के द्वारा प्लांटेशन, सिमोब्लिक सांस्कृतिक मार्च एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. सांस्कृतिक मार्च की शुरुवात भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण से शुरू होकर सभागार में जाकर समाप्त हुआ. इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत आदिवासी विभूतियों को श्रद्धांजलि देकर की गयी. सांस्कृतिक कार्यक्रम में विभिन्न ट्राइबल्स द्वारा नृत्य प्रस्तुत किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ रवींद्र नाथ भगत ( पूर्व कुलपति, विनोवा भावे विश्वविद्यालय) ने आदिवासी समाज की समस्या एवं निदान पर अपनी बात रखी एवं आदिवासियों के गौरवपूर्ण इतिहास की ओर ध्यान आकृष्ट किया. कार्यक्रम में यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ क्षिति भूषण दास ने अपने महत्वपूर्ण विचार रखे. उन्होंने आदिवासी युवाओं को समाज के लिए आगे आने के लिए प्रेरित किया.

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छात्र आदिम सुखदेव ने की कार्यक्रम की अध्यक्षता

कार्यक्रम की अध्यक्षता छात्र आदिम सुखदेव के द्वारा की गयी. कार्यक्रम में ट्राइबल स्टूडेंट्स कल्चरल एसोसिएशन CUJ के तमाम पदाधिकारियों और यूनिवर्सिटी के तमाम पदाधिकरियों ने सक्रिय भूमिक निभायी. आयोजन का समापन आदिवासियों के संपूर्ण विकास के लिये युवाओं को नेतृत्व करने की प्रेरणा के साथ हुआ.

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राजद ने विश्व आदिवासी दिवस पर महिलाओं को किया सम्मानित

विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष्य में आज बुधवार को राजद के प्रदेश कार्यालय में राष्ट्रीय जनता दल झारखंड के द्वारा आदिवासी महिलाओं को सम्मानित किया गया, जो अपनी मेहनत के बल पर अपने परिवार का भरण-पोषण करती हैं. इस अवसर पर सर्वप्रथम भगवान बिरसा मुंडा और सिदो कान्हो की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. इसके बाद महिलाओं को माला पहनाकर और अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया. इस कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष अनीता यादव, प्रदेश महासचिव कमलेश यादव, युवा प्रदेश अध्यक्ष रंजन यादव, अरशद अंसारी, कार्यालय प्रभारी शालिग्राम पांडे, रामभजन सिंह इत्यादि मौजूद थे.

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आदिवासियों का शोषण अभी भी जारी

राजद की प्रदेश उपाध्यक्ष अनीता यादव ने आदिवासी समाज को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि आज भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समाज से हैं. हमारे समाज में आदिवासियों का शोषण अभी भी जारी है ये दुख की बात है. मणिपुर की घटना इस बात का जीता जागता उदाहरण है. युवा प्रदेश अध्यक्ष रंजन यादव ने बधाई देते हुए कहा कि आदिवासी समाज अपनी संस्कृति और सभ्यता को बचाते हुए देश के विकास में अहम भूमिका निभा रहा है. कमलेश यादव ने अपने बयान में कहा कि झारखंड के आदिवासियों ने देश की आजादी में अहम भूमिका निभायी है. झारखंड की धरती पर भगवान बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों के विरुद्ध युद्ध का बिगुल फूंका था.

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प्रतिरोध संकल्प के साथ बजरा में मना विश्व आदिवासी दिवस

आदिवासियों पर बढ़ते अत्याचार के खिलाफ़ प्रतिरोध संकल्प के साथ रांची के बजरा में विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया. आदिवासी दिवस पर बजरा आदिवासी मैदान से सरना झंडा, बैनर और गाजे-बाजे के साथ रैली निकाली गयी. रैली में शामिल सैकड़ों की संख्या में सफेद लाल परिधान पहने महिला-पुरुष नृत्य करते हुए चुनवा टोंगरी पहुंचे, जहां जागरूकता सभा कर आदिवासियों पर बढ़ते अत्याचार के खिलाफ़ प्रीतिरोध की ताक़त मजबूत करने का संकल्प लिया गया.

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विश्व आदिवासी दिवस के कार्यक्रम में ये थे मौजूद

विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में लक्ष्मी भगत, बुधवा उरांव, राजेश लिंडा, मेवा उरांव, संजू उरांव, मंगल दानी मिंज, सोमा उरांव ,चरकू उरांव, विनकुश कुजुर, सुधीर मिंज, हरिहर उरांव, संदीप गोप, माले नेता व झारखंड आंदोलनकारी भुवनेश्वर केवट ने सभा को संबोधित किया.

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