Loading election data...

विश्व आदिवासी दिवस: झारखंड आदिवासी महोत्सव का ‘रीझ रंग रसिका’ रैली से होगा शानदार आगाज

विश्व आदिवासी दिवस पर झारखंड में 9 व 10 अगस्त को झारखंड आदिवासी महोत्सव-2023 का आयोजन किया जा रहा है. राष्ट्रीय स्तर के इस कार्यक्रम को भव्य बनाने की तैयारी जोरों पर है.

By Guru Swarup Mishra | August 7, 2023 7:45 PM

रांची: जहां चलना नृत्य और बोलना संगीत हो. वहां 32 जनजातीय वाद्ययंत्रों के अविस्मरणीय गूंज के हम सभी साक्षी बनेंगे. रीझ रंग रसिका रैली में जब पारंपरिक वेशभूषा में मांदर की थाप पर कदम थिरकेंगे, तब पूरा झारखंड थिरकेगा. विश्व आदिवासी दिवस पर कुछ ऐसे ही झारखंड आदिवासी महोत्सव-2023 का आगाज होगा. कार्यक्रम का आयोजन रांची के बिरसा मुंडा संग्रहालय में नौ व 10 अगस्त को किया जाएगा.

आकर्षण होगी रैली

झारखंड आदिवासी महोत्सव-2023 में रीझ रंग रसिका रैली मुख्य आकर्षण होगी. नौ अगस्त की दोपहर 12 बजे रैली धुमकुड़िया भवन, करमटोली चौक से जेल रोड स्थित बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान के लिए प्रस्थान करेगी. रैली में झारखंड की 32 विभिन्न जनजातीय वाद्य यंत्रों का संगम होगा. रैली में असुर, बैंगा, बंजारा, बथुडी, बेदिया, बिंझिया, बिरहोर, बिरजिया, चेरो, चिक-बड़ाईक, गोंड, गोडाईल, हो, करमाली, खड़िया, कंवर, खरवार, खोंड, किसान, कोरा, कोरवा, लोहरा, महली, माल पहाड़िया, मुंडा, उरांव, परहईया, संथाल, सौरिया पहाड़िया, सवर,भूमिज एवं कोल जनजाति के कलाकार अपने वाद्ययंत्रों के साथ नजर आएंगे.


Also Read: विश्व आदिवासी दिवस: झारखंड आदिवासी महोत्सव में कला-संस्कृति की बिखरेगी अद्भुत छटा, दिखेंगे ये अनूठे रंग

विश्व आदिवासी दिवस पर झारखंड आदिवासी महोत्सव

विश्व आदिवासी दिवस पर झारखंड में 9 व 10 अगस्त को झारखंड आदिवासी महोत्सव-2023 का आयोजन किया जा रहा है. राष्ट्रीय स्तर के इस कार्यक्रम को भव्य बनाने की तैयारी जोरों पर है. हेमंत सोरेन की सरकार इसे यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. झारखंड की जनजातीय कला-संस्कृति का अनूठा समागम देखने को मिलेगा. रांची के जेल चौक स्थित भगवान बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान सह संग्रहालय में 72 स्टॉल लगेंगे. इनमें जनजातीय समूहों के भी स्टॉल होंगे. फैशन शो होगा. पारंपरिक आदिवासी आभूषणों की प्रदर्शनी लगेगी. आदिवासी व्यंजनों का लुत्फ भी उठा सकेंगे. फिल्मों का भी प्रदर्शन होगा. झारखंड की स्वर कोकिला मोनिका मुंडू सांस्कृतिक कार्यक्रम में अपनी जादुई आवाज का जलवा बिखेरेंगी.


Also Read: विश्व आदिवासी दिवस:साउथ एशियन कम्युनिटी रेडियो कॉन्फ्रेंस नेपाल में गूंजेगा झारखंड का असुर अखड़ा मोबाइल रेडियो

कला, संस्कृति के बिखरेंगे अनूठे रंग

झारखंड की राजधानी रांची के भगवान बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान सह स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय एक ऐतिहासिक स्थल है. इस पावन धरा पर विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर नौ व 10 अगस्त को झारखंड आदिवासी महोत्सव 2023 का भव्य आयोजन किया जा रहा है. कला, संस्कृति के अनुपम संगम स्थल पर आदिवासी आन, बान और शान व गौरवशाली इतिहास दिखेगा. आदिवासियत के अनूठे रंग दिखेंगे.


Also Read: विश्व आदिवासी दिवस: झारखंड में नौ व 10 अगस्त को खेल प्रतियोगिताओं का होगा आयोजन, ये हैं नियम व शर्तें

फैशन शो व आदिवासी व्यंजनों के लगेंगे स्टॉल

09 एवं 10 अगस्त को झारखंड आदिवासी महोत्सव 2023 में झारखंडी खान-पान, परिधान, फैशन शो, आदिवासी व्यंजन के स्टॉल लगेंगे. विविध जनजातीय सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रमों की छटा बिखरेगी. सावन के रिमझिम फुहारों के बीच इस अलौकिक कार्यक्रम को यादगार बनाने के लिए तैयारी जोरों पर है. 9-10 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले झारखंड आदिवासी महोत्सव को लेकर भगवान बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान सह स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय इतिहास रचने जा रहा है.


Also Read: विश्व आदिवासी दिवस: झारखंड आदिवासी महोत्सव में कला-संस्कृति की बिखरेगी अद्भुत छटा, दिखेंगे ये अनूठे रंग

महोत्सव की तैयारी अंतिम चरण में

आपको बता दें कि नौ एवं 10 अगस्त को आयोजित झारखंड आदिवासी महोत्सव-2023 की तैयारी अंतिम चरण में है. महोत्सव में अरुणाचल प्रदेश, असम, आंध्रप्रदेश, ओडिसा, राजस्थान के जनजातीय समुदाय के मेहमान अपनी परंपरा और संस्कृति से रूबरू कराएंगे. सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत नागपुरी, सरायकेला छऊ, डोमकच, पायका समेत अन्य नृत्य की प्रस्तुति कलाकारों द्वारा की जायगी.

Also Read: झारखंड: गरीबी को मात देकर कैसे लखपति किसान बन गयीं नारो देवी? ड्राइवर पति के साथ जी रहीं खुशहाल जिंदगी

पारंपरिक आदिवासी आभूषणों की लगेगी प्रदर्शनी

झारखंड आदिवासी महोत्सव-2023 में पारंपरिक आदिवासी आभूषणों और पलाश ब्रांड के उत्पादों के भी स्टॉल लगाए जाएंगे. जेएसएलपीएस, ग्रामीण विकास विभाग द्वारा स्टॉल लगाकर सखी मंडल की महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों (पलाश ब्रांड एवं आदिवा ब्रांड) की प्रदर्शनी एवं बिक्री की जायेगी. पलाश ब्रांड के तहत राज्य भर की ग्रामीण महिलाएं खाद्य और गैर-खाद्य उत्पादों के उत्पादन, प्रसंस्करण और विपणन के माध्यम से अपनी आजीविका सुनिश्चित करती हैं.

आदिवासी आभूषणों का ब्रांड अदिवा

अदिवा ब्रांड के तहत पारंपरिक आभूषणों का मूल्यवर्धन कर बाजार में उपलब्ध कराया जा रहा है, ताकि आदिवासी पारंपरिक कला एवं संस्कृति लोगों तक पहुंच सके. आदिवासी महोत्सव में लोक पारंपरिक आदिवासी आभूषणों को देख और खरीद पाएंगे. पलाश के स्टॉल में 30 से ज्यादा उत्पादों की प्रदर्शनी एवं बिक्री की जायेगी. जैसे-शुद्ध शहद, कोल्ड-प्रेस्ड सरसों का तेल, काले गेहूं का आटा, हल्दी, मिर्च पाउडर, रागी का आटा, रसायन-मुक्त साबुन, कुकीज़ आदि.

Next Article

Exit mobile version