विश्व आदिवासी दिवस पर कार्यक्रम के नाम पर उखाड़े जा रहे पौधे, बिरसा मुंडा स्मृति पार्क में बने मंडप को तोड़ा
पंडाल निर्माण को लेकर बिरसा मुंडा समृति जेल के पूर्वी हिस्से में बने गार्डेन के सारे पेड़ व पौधे उखाड़ दिये गये हैं. यहां लोगों के बैठने के लिए कई मंडप बनाये गये थे, उसे भी तोड़ दिया गया. क्रेन से पेड़ों को उखाड़ कर ट्रक में लोड किया जा रहा था.
विश्व आदिवासी दिवस नौ अगस्त को है. इस दिवस को ऐतिहासिक बनाने की तैयारी में राज्य सरकार जोर शोर से जुटी है. इस बार विश्व आदिवासी दिवस पर दो दिवसीय कार्यक्रम भगवान बिरसा मुंडा स्मृति पार्क,जेल चौक में होगा. कार्यक्रम की तैयारी को लेकर दिन-रात कर्मी जुटे हैं. वहीं इस काम के चक्कर में लाखों की लागत से बने गार्डेन को बरबाद किया जा रहा है. सोमवार को ऐसा ही नजारा पार्क में देखने को मिला.
पंडाल निर्माण को लेकर बिरसा मुंडा समृति जेल के पूर्वी हिस्से में बने गार्डेन के सारे पेड़ व पौधे उखाड़ दिये गये हैं. यहां लोगों के बैठने के लिए कई मंडप बनाये गये थे, उसे भी तोड़ दिया गया. क्रेन से पेड़ों को उखाड़ कर ट्रक में लोड किया जा रहा था. इस पार्क की सबसे खास बात यह है कि यहां 500 चार पहिया व एक हजार दो पहिया वाहनों के लिए अंडरग्राउंड पार्किंग बनाया गया है. मतलब नीचे यहां पार्किंग है. ऊपर में पार्क बना हुआ है. लेकिन इसके ऊपर भी हैंगर लगाने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए पार्किंग की छत पर भी ड्रिल कर मोटे- मोटे छेद किये जा रहे हैं. इससे अंडरग्राउंड पार्किंग की छत तो कमजोर होगी ही भविष्य में यहां से पानी रिसते हुए नीचे जमा हो जायेगा. इस पार्क का निर्माण राज्य व केंद्र सरकार ने मिलकर किया है. इसके निर्माण पर 156 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं.
दो दिवसीय आदिवासी दिवस को लेकर जिस प्रकार से पार्क के पेड़ व पौधों की कटाई की जा रही है, वह गलत है. यह कार्यक्रम हर साल मोरहाबादी मैदान में होता था. पता नहीं क्यों इस बार पार्क में किया जा रहा है. इस पार्क में भी दो एकड़ जमीन खाली है, जहां आयोजन किया जा सकता था. लेकिन पहले से डेवलप जगह को तोड़ फोड़ कर कार्यक्रम किया जाना समझ से परे है.
-रवि मुंडा, अध्यक्ष, बिरसा मुंडा प्रतिमा निर्माण समिति
बेहतर कल के लिए आज पेड़ लगायें, पर्यावरण को बचायें
वन विभाग के 74वें राज्यव्यापी वन महोत्सव के मौके पर हेमंत सोरेन ने कहा कि प्रकृति के साथ छेड़छाड़ के कारण जलवायु परिवर्तन हो रहा है. जलवायु परिवर्तन से हर प्राणी प्रभावित होता है. इस कारण आज जरूरी है कि केवल महोत्सव के माध्यम से ही नहीं, आम जीवन में भी पर्यावरण से संबंधित कार्यक्रम हो. कल के बदलाव के लिए आज पेड़ लगायें. कार्यक्रम का आयोजन सोमवार को विधानसभा परिसर में किया गया. मौके पर पक्ष-विपक्ष के विधायकों के साथ-साथ अधिकारियों ने भी पौधरोपण किया.
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