झारखंड में टीबी मरीजों की संख्या में हुई बढ़ोतरी, धनबाद में सबसे ज्यादा तो इस जिले में एक भी नहीं
झारखंड में टीबी के नये मरीजों में जबरदस्ता इजाफा हुआ है, वर्ष 2020 की तुलना में 14 फीसदी ज्यादा मरीज 2021 में मिले हैं. इसमें सबसे ज्यादा 33 फीसदी धनबाद से है
रांची: झारखंड में टीबी के नये मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ा की मानें तो वर्ष 2020 की तुलना में वर्ष 2021 में 14 फीसदी ज्यादा टीबी के मरीज मिले हैं. आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2020 में राज्य में कुल टीबी के मरीजों की संख्या 46,787 थी, जो 2021 में एक साल में 5,775 नये मरीज मिले हैं.
टीबी के नये मरीजों की पहचान के लिए राज्य में 41 सीबीनैट जांच केंद्रों काे स्थापित किया गया है. वहीं बलगम की जांच के लिए 365 केंद्र खोले गये हैं. अत्याधुनिक जांच मशीन सीबीनैट की सुविधा और मुफ्त जांच होने से समय पर टीबी मरीजों की पहचान हो जा रही है. वहीं कोरोना काल के बावजूद जिलों में टीबी के लिए विशेष अभियान चलाया गया और नये मरीजों की पहचान की गयी.
हजारीबाग में एक भी टीबी के नये मरीज नहीं मिले :
स्टेट टीबी ऑफिस के आंकड़ों के अनुसार, धनबाद में सबसे ज्यादा 33 फीसदी नये टीबी मरीज पाये गये. यहां टीबी के 3566 नये मरीज मिले हैं. इसके बाद गोड्डा में 32 फीसदी, सिमडेगा में 31 फीसदी और चतरा में 30 फीसदी नये टीबी के मरीज मिले हैं. हालांकि सरायकेला और हजारीबाग में एक भी नये टीबी के मरीज नहीं मिले. वहीं गिरिडीह में तीन फीसदी ही टीबी के मरीजों की पहचान हुई है.
एमडीआर टीबी मरीजों की संख्या में भी हुई वृद्धि :
चिंता की बात यह है कि ड्रग रेजिस्टेंस टीबी (एमडीआर टीबी) के कुल मामलों में पांच फीसदी की वृद्धि हुई है. वर्ष 2020 एमडीआर टीबी मरीजों की संख्या 837 था, जो बढ़कर 896 पहुंच गयी है. टीबी के यह वैसे मरीज हैं, जिन्होंने टीबी की दवाएं छोड़ दी, जिससे ड्रग रेजिस्टेंस हो गया.
Posted By: Sameer Oraon