Jharkhand News: प्रभात खबर ने अपने स्थापना दिवस के 40वें वर्ष में प्रवेश करने के अवसर पर राज्य के 26 विभूतियों को झारखंड गौरव सम्मान से सम्मानित किया. इस मौके पर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और स्पीकर रवींद्र नाथ महताे ने साहित्यकार निलोत्पल मृणाल को इस सम्मान से सम्मानित किया. बता दें कि 2016 में इन्हें साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. इनकी कई किताबें बेस्ट सेलर में शुमार हैं. इसमें डार्क हॉर्स, औघड़ और यार जादूगर मुख्य है. दुमका के नोनीहाट के रहने वाले साहित्यकार नीलोत्पल लेखक के साथ-साथ कवि, गायक और सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं. उनकी रचनाओं-गीतों में दुनिया ऐसी हुआ करती थी…, चल साधो कोई देश…, हम बिहार हैं…, अब तो लगता है देश वीराना…, हम ही तो कल इतिहास लिखेंगे.., ओ मां ये दुनिया, जगत माटी का ढेला रे… प्रमुख है.
On the occasion of entering the 40th year of its foundation day, Prabhat Khabar honored 26 personalities of the state with Jharkhand Gaurav Samman. On this occasion, Governor CP Radhakrishnan and Speaker Ravindra Nath Mahto honored litterateur Nilotpal Mrinal with this honour. Please tell that in 2016, he has been honored with the Sahitya Akademi Yuva Puraskar. Many of his books are among the best sellers. In this, Dark Horse, Aughad and Yaar Jaadugar are the main ones. Nilotpal, a resident of Nonihat in Dumka, is a writer as well as a poet, singer and social worker. In his compositions and songs, the world used to be like this…, Chal sadho koi desh…, We are Bihar…, Now the country seems to be deserted…, We only will write history tomorrow… O Maa Yeh Duniya, Jagat Mati Ka Dhela Re … is key.