Yaas Cyclone Effect In Jharkhand रांची : झारखंड में तूफान यास की रफ्तार थीमी पड़ गयी है, लेकिन विक्षोभ के चलते लगातार हो रही बारिश से राज्यभर में जन-जीवन प्रभावित हुआ है. बारिश से राज्य की नदियां ऊफान पर हैं. इससे रांची में कांची नदी और इचाडीह नदी पर बने पुल ध्वस्त हो गये. रांची के जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के साइड फाइव में घर की दीवार गिरने से पिता-पुत्र की मौत हो गयी.
इसी तरह कोडरमा में भी मकान गिरने से एक आठ वर्षीय बच्ची की मौत हो गयी. उधर लातेहार में धरधरी नदी में एक बाराती वाहन बह गया, हालांकि इसमें सवार सभी लोग तैर कर अपनी जान बचाने में सफल रहे.
तूफान से राज्य में आंधी चलने की आशंका थी, लेकिन तूफान के कमजोर पड़ने से इससे राहत मिली. तूफान यास बुधवार की मध्य रात्रि पश्चिम सिंहभूम के रास्ते झारखंड में घुसा. गुरुवार की दोपहर में यह मध्य झारखंड से होता हुआ गुजर गया है. राजधानी में करीब 36 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गुरुवार की सुबह यास ने प्रवेश किया था. मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार से मौसम साफ होने की उम्मीद है. कहीं-कहीं हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है.
रांची : जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के साइड फाइव में घर की दीवार गिरने से पिता-पुत्र की मौत.
कोडरमा : मदनगुंडी में चहारदीवारी गिरने से आठ वर्षीया बच्ची की मौत हो गयी.
जमशेदपुर : खरकई व स्वर्णरेखा नदी उफनाई, 791 घरों में घुसा पानी
खूंटी : अड़की-बीरबांकी पथ व तोरपा में तोरपा-कुमांग पथ पर बना पतरायुर डायवर्सन बहे
चाईबासा : बारिश के कारण जिला शिक्षा अधीक्षक घर में दो घंटे तक फंसे रहे. एनडीआरएफ टीम के पहुंचने पर उन्हें रस्सी के सहारे बाहर निकाला गया.
सरायकेला : 36 मकान क्षतिग्रस्त, मुख्यालय से राजनगर-खरसावां का संपर्क कटा
रामगढ़ : बरकाकाना-बरवाडीह रेलखंड पर चलनेवाली शक्तिपुंज एक्सप्रेस व गोमो-बरवाडीह पैसेंजर ट्रेन रद्द
हजारीबाग : 90 मिमी बारिश, कई इलाकों में बिजली नहीं, फसल को नुकसान
संतालपरगना : दर्जनों पेड़ गिरे, आवागमन प्रभावित, बिजली पर असर
बुंडू प्रखंड के कांची नदी पर तीन साल पहले आठ करोड़ की लागत से बना पुल गुरुवार दोपहर बारिश से टूट गया. पुल का उद्घाटन भी नहीं हुआ था. मामले में विभाग ने जांच के आदेश दिये हैं. यह पुल सरायकेला खरसावां जिला को जोड़ते हुए पश्चिम बंगाल को जोड़ता है. रांची जिले का यह सबसे लंबा पुल बुंडू, तमाड़, सोनाहातू व राहे प्रखंड को भी जोड़ता है. अब लोगों को नदी पार करने के लिए 12 किलोमीटर दूरी तय करनी होगी. वहीं इचाडीह नदी पर बना पुल भी बुधवार देर रात क्षतिग्रस्त हो गया. इससे इचाडीह सहित आसपास के दर्जनों गांवों का आवागमन बाधित हो गया है.
मौसम केंद्र के अनुसार, यास के कारण पूरे राज्य में बारिश हुई है. सबसे अधिक बारिश चाईबासा में हुई. यहां 26 मई की सुबह साढ़े आठ बजे तक 207.8 मिमी बारिश हुई. राजधानी में इस अवधि में 151 मिमी बारिश हुई थी. यह मई माह में रिकाॅर्ड अब तक की सबसे अधिक बारिश है. इससे पूर्व रांची में एक दिन में सबसे अधिक बारिश 17 मई 1990 को हुई थी. उस दिन 24 घंटे में 72.2 मिमी बारिश हुई थी.
जैसा कि पूर्वानुमान था, यास के कारण पूरे राज्य में बारिश हुई है. झारखंड में प्रवेश करते ही इस चक्रवाती तूफान का असर कम हो गया. इस कारण हवा की गति पूर्वानुमान से कम रही. इससे होनेवाले विक्षोभ का असर दिखा. इस कारण राजधानी सहित दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश हुुई. शुक्रवार से लोगों को राहत मिलेगी.अभिषेक आनंद, वरीय वैज्ञानिक, मौसम केंद्र
Posted By : Sameer Oraon