Yaas Cyclone Update Jharkhand : यस तूफान को देखते हुए झारखंड के इन 7 जिलों में अलर्ट, बिजली, पानी, संचार व्यवस्था समेत इन चीजों को दुरूस्त रखने का निर्देश
विभागीय मंत्री ने कहा है कि चक्रवाती तूफान के कारण बिजली आपूर्ति बाधित होने की आशंका है. इसे देखते हुए जिन अस्पतालों में मरीज भर्ती हों, वहां बिजली आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए तत्काल कार्रवाई की जाये. वहीं, विभाग ससमय बिजली आपूर्ति बहाल कराने के भी इंतजाम करे. डीसी व एसपी ऑफिस और जेल समेत अन्य जरूरी सरकारी संस्थाओं में विद्युत आपूर्ति बाधित न हो.
Cyclone Yaas Alert In Jharkhand रांची : झारखंड के सात जिलों- रांची, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिम सिंहभूम, खूंटी, सिमडेगा, बोकारो व सरायकेला में चक्रवाती तूफान का खासा असर पड़ने की संभावना है. इसके मद्देनजर आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता ने संबंधित जिलों के उपायुक्तों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिये हैं. साथ ही विभिन्न विभागों के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किये हैं. मंत्री ने स्वर्णरेखा और खरकई नदी के अलावा चांडिल डैम के जलस्तर पर पैनी नजर रखने को कहा है.
विभागीय मंत्री ने कहा है कि चक्रवाती तूफान के कारण बिजली आपूर्ति बाधित होने की आशंका है. इसे देखते हुए जिन अस्पतालों में मरीज भर्ती हों, वहां बिजली आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए तत्काल कार्रवाई की जाये. वहीं, विभाग ससमय बिजली आपूर्ति बहाल कराने के भी इंतजाम करे. डीसी व एसपी ऑफिस और जेल समेत अन्य जरूरी सरकारी संस्थाओं में विद्युत आपूर्ति बाधित न हो.
सभी विद्युत स्टेशनों में टीम को सुरक्षित मोड पर रखें, ताकि जरूरत पड़ने पर तत्काल राहत मिल सके. बिजली के अभाव में पेयजल आपूर्ति भी बाधित होगी. इसलिए इसे भी ससमय दोबारा शुरू करना सुनिश्चित किया जाये. दूरसंचार में आनेवाली खामियाें को भी तत्काल दूर करने के लिए आवश्यक कार्रवाई किया जाये.
प्रभावित लोगों को समय रहते सुरक्षित जगह पहुंचायें
तेज हवा और अतिवृष्टि से तटवर्ती इलाकों में बाढ़ के कारण लोगों के घर ध्वस्त होने की संभावना है. इसलिए प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को समय पर सुरक्षित जगह ले जाया जाये. जो लोग बेघर होते है, उन्हें तत्काल प्लासिक की शीट उपलब्ध करायी जाये. साथ ही उन्हें नियम के तहत पर्याप्त राहत व आवश्यक सामग्री उपलब्ध करायी जाये.
अस्पतालों पर रखें विशेष नजर, दवाएं उपलब्ध करायें
पेड़ गिरने से सड़कें बाधित नहीं हो इसके इंताजम किये जायें. जहां ऑक्सीजन का प्रोडक्शन व रिफिलिंग होता है, वहां से ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति के लिए ठोस कदम उठाये जायें. सभी सदर अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी में बिजली, आवश्यक दवाओं की उपलब्धता और स्वास्थ्यकर्मियों की ड्यूटी सुनिश्चित की जाये.
इन जिलों पर यास के असर की संभावना
रांची, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिम सिंहभूम, खूंटी, सिमडेगा, बोकारो व सरायकेला
Posted By : Sameer Oraon