Year Ender 2024: विवादों में रही JSSC CGL और JPSC की परीक्षा, तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए कैसा रहा यह साल?

Year Ender 2024: झारखंड की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वालों के लिए यह साल उतार चढ़ाव भरा रहा. इस दौरान जेएसएससी सीजीएल और जेपीएससी की परीक्षा विवादों में रही.

By Sameer Oraon | December 29, 2024 12:59 PM

रांची : झारखंड में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वालों के लिए साल 2024 काफी उतार चढ़ाव भरा रहा. इस दौरान कई अभ्यर्थियों के लिए यह साल जहां खुशियों का पैगाम लेकर आया तो वहीं दूसरी तरफ जेएसएससी सीजीएल समेत जेपीएससी की परीक्षा विवादों में भी रही. साल के शुरूआत में ही सीजीएल की परीक्षाएं हुई लेकिन पेपर लीक की घटनाओं ने छात्रों को आक्रोशित कर दिया.इसके बाद नाराज छात्रों ने कर्मचारी चयन आयोग के कार्यालय के समक्ष जमकर बवाल काटा. सरकार ने भी अभ्यर्थियों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए परीक्षा रद्द कर दी और मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया. इस दौरान कई लोगों की गिरफ्तारियां हुई. आयोग ने परीक्षा लेने वाली एजेंसी को ब्लैक लिस्ट कर दिया. हालांकि इस साल में कई अभ्यर्थियों की बहाली भी हुई.

जूनियर इंजीनियर के पदों पर 1500 अभ्यर्थियों की हुई बहाली

साल 2024 में सबसे बड़ी बहाली जूनियर इंजीनियर के पदों पर हुई. 7 मार्च 2024 को उस वक्त के तत्कालीन मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने तकरीबन 1500 जूनियर इंजीनियर को नियुक्ति पत्र दिया. इसके अलावा 1250 पीजीटी शिक्षकों को भी ज्वॉइनिंग लेटर मिला.

जेपीएससी की परीक्षा में भी लगे पेपर लीक का आरोप

साल 2024 में झारखंड सरकार ने दूसरी बार जेपीएससी प्री की परीक्षा 17 मार्च को कंडक्ट करा लिया. लेकिन इस परीक्षा में भी पेपर लीक के आरोप लगे. जेपीएससी के चेयरमैन को सफाई देना पड़ा कि पेपर लीक नहीं हुआ है. इसके बाद जेपीएससी मेंस की परीक्षा 22 से 24 जून के बीच संपन्न हुई. लेकिन आयोग के अध्यक्ष का पद खाली रहने के कारण अभी तक इसका परिणाम जारी नहीं हो सका है.

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हेमंत सोरेन ने जेल से बाहर आते ही 1500 शिक्षकों को दिया नियुक्ति पत्र

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जेल से बाहर आते ही 1500 स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया. हालांकि यह नियुक्ति पत्र पूर्व सीएम चंपाई सोरेन को देना था. लेकिन सत्ता पक्ष के विधायकों की बैठक के कारण ये नियुक्ति पत्र नहीं दिया जा सका. बाद सीएम हेमंत ने तीसरी बार सत्ता की कमान अपने हाथ में लेने के साथ ही तकरीबन 1,500 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंप दिया.

सीजीएल परीक्षा की तारीख में संशोधन को लेकर अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन

इस बीच जेएसएससी ने 27 जून 2024 को दोबारा से साल 2024 में ली जाने वाली परीक्षा के लिए एग्जाम कैलेंडर जारी कर दिया. लेकिन छात्रों का गुस्सा उस वक्त और बढ़ गया जब सीजीएल की परीक्षा की तारीख एक साथ कई परीक्षाओं के साथ कर दी गयी. अभ्यर्थियों ने इसके बाद परीक्षा तिथि में संशोधित करने के लिए मुख्यमंत्री आवास का घेराव कर दिया. छात्रों के एक वर्ग कहना था कि सरकार आंदोलन के डर से आनन फानन में परीक्षा की तिथि जारी की है. हालांकि परीक्षा कैलेंडर में जारी तारीख के अनुसार 21 और 22 सितंबर को ही एग्जाम ले लिया गया. इस दौरान पूरे दो दिनों तक इंटरनेट सेवा ठप कर दी गयी. अंतिम परीक्षा के दिन छात्रों ने फिर से पेपर लीक होने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया. अंत में राज्यपाल को हस्तक्षेप करना पड़ा और उन्होंने जांच के आदेश दिये. फिलहाल इस मामले की सुनवाई कोर्ट में चल रही है.

सीजीएल परीक्षा के सफल अभ्यर्थियों की लिस्ट हुई जारी

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दोबारा सत्ता में आते ही आयोग ने सीजीएल परीक्षा के सफल अभ्यर्थियों की लिस्ट जारी कर दी है. झारखंड कर्मचारी आयोग का कहना था कि यह अंतिम परीक्षा परिणाम नहीं है. जिसके बाद अभ्यर्थियों ने 16 दिसंबर को जेएसएससी कार्यालय घेराव करने का निर्णय लिया. लेकिन उनके प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी थी. तय कार्यक्रम के अनुसार जैसे ही अभ्यर्थी आयोग के कार्यालय की तरफ आगे बढ़े पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे छात्र नेता देवेंद्र महतो को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. इसके बाद सीएम हेमंत ने मामले को संज्ञान में लेते हुए सीआईडी जांच का आदेश दिया.

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