हाल Yes Bank का : 12 बजे कैश खत्म, परेशान रहे ग्राहक, झारखंड में एक साल से लोन देने में नाकाम

यस बैंक की हालत काफी दिनों से अच्छी नहीं थी. झारखंड में बैंक की वित्तीय स्थिति पूरी तरह से लड़खड़ाई हुई थी. खराब कर्ज का मर्ज लगातार बढ़ रहा था. ग्राहकों द्वारा जमा की गयी राशि यस बैंक की रीढ़ थी, पर आंकड़े बता रहे हैं कि पिछले आठ महीनों में ही उसके कुल डिपॉजिट में 294 करोड़ की कमी दर्ज की गयी.

By Pritish Sahay | March 8, 2020 1:43 AM

बिपिन सिंह, रांची : यस बैंक की हालत काफी दिनों से अच्छी नहीं थी. झारखंड में बैंक की वित्तीय स्थिति पूरी तरह से लड़खड़ाई हुई थी. खराब कर्ज का मर्ज लगातार बढ़ रहा था. ग्राहकों द्वारा जमा की गयी राशि यस बैंक की रीढ़ थी, पर आंकड़े बता रहे हैं कि पिछले आठ महीनों में ही उसके कुल डिपॉजिट में 294 करोड़ की कमी दर्ज की गयी. तब से ही लोग बैंक में पैसा जमा कराने से कतराने लगे थे. बैंक राज्य में कोई भी नया लोन नहीं दे पा रहा था. इसका अंदाजा बैंक के बैलेंस सीट को देख कर आसानी से लगाया जा सकता है. पिछले एक साल से बैंक की क्षमता निरंतर कमजोर हो रही थी. झारखंड में बैंक का ऋण-जमा अनुपात 60 प्रतिशत के बेंचमार्क से घटकर करीब 20 रह गया था.

झारखंड में पिछले एक साल से यस बैंक कर्ज देने के लिए नियम अौर शर्तों की अनदेखी कर रहा था. एक तरफ वह किसी बड़े प्रोजेक्ट के लिए ऋण मंजूर नहीं कर रहा था, तो दूसरी ओर शिक्षा में शून्य, आवास में महज तीन और केंद्र प्रायोजित विशेष योजनाओं के लिए दिये जाने वाले लोन पर भी पूरी तरह से रोक लगा दी गयी थी.

नये लोगों को कर्ज नहीं दे पा रहा था बैंक : वर्ष 2018-19 में देश में यस बैंक का कुल एनपीए 3,277 करोड़ था. इस सब के बीच बैंक नये लोगों को उधार नहीं दे पा रहा था. जून 2019 के अंत तक बैंक के पास झारखंड में 1239.86 करोड़ रुपये की जमा राशि थी, जो कि फरवरी 2020 में बहुत तेजी से घटी (945.86) और फिर एक दिन ऐसा आया जब बैंक लोगों को पैसा देने में पूरी तरह से नाकाम हो गया.

12 बजे कैश खत्म, परेशान रहे ग्राहक : शनिवार को बैंक पहुंचे ग्राहक परेशान दिखे. कोई पैसा निकालने के लिए, तो कोई चेकबुक के लिए परेशान दिखा. पैसा निकालने के लिए बैंक में ग्राहकों की लंबी कतार लगी थी. खाताधारक अपने ही पैसों के लिए गिड़गिड़ाते दिखे. बैंक में दोपहर 12 बजे ही कैश खत्म हो गया. इसके बाद ब्रांच में चेक जमा लेकर पैसे का भुगतान करने की बात कही गयी. हालांकि शाम पांच बजे तक बैंक पैसे का इंतजाम नहीं कर सका. इस कारण कई ग्राहक निराश होकर लौट गये.

बैंक की शाखा में अपने ही पैसों के लिए गिड़गिड़ाते दिखे ग्राहक

एक नजर आंकड़ों पर

जून 2019

विभिन्न श्रोतों से प्राप्त कुल डिपॉजिट : 123986.00 लाख

राज्य में दिये गये कुल कर्ज (एडवांस) : 15921.00 लाख

ग्राहकों द्वारा कुल जमा (कासा डिपॉजिट) : 27049.00 लाख

जमा की तुलना में दिये गये कर्ज : 12.84 प्रतिशत (60% बेंचमार्क)

फरवरी 2020

विभिन्न श्रोतों से प्राप्त कुल डिपॉजिट : 94586.00 लाख

राज्य में दिये गये कुल कर्ज (एडवांस) : 19203.00 लाख

ग्राहकों द्वारा कुल जमा (कासा डिपॉजिट) : 20825.00 लाख

जमा के तुलना में दिए गए कर्ज : 20.30 प्रतिशत (60% बेंचमार्क)

बोले ग्राहक : कर्मचारियों का सैलरी अकाउंट और कंपनी का करेंट अकाउंट यस बैंक में है. समझ में नहीं आ रहा है कि 50 हजार रुपयों में अपना घर चलायें या अपने कर्मचारियों का घर चलायें.

बीडी अग्रवाल

यस बैंक पर आये संकट से सभी भयभीत हैं. परेशान हैं कि आखिर खून-पसीने से कमाई गयी जमा पूंजी का क्या होगा. बैंक मैनेजर ग्राहकों को आश्वासन दे रहे हैं कि उनका पैसा नहीं डूबेगा.

सुरेन नायक

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