रांची (विशेष संवाददाता). झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश डॉ एसएन पाठक ने कहा है कि स्वामी विवेकानंद ने पूरी दुनिया को जीवन का पाठ पढ़ाया है. जो भी हमारा सामर्थ्य है, हम उसे संगठित कर केवल अपने लिए ही नहीं बल्कि पूरी मानवता के लिए कार्य करना चाहिए. वे रविवार को केंद्रीय विवि, झारखंड (सीयूजे) में राष्ट्रीय युवा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे. न्यायमूर्ति पाठक ने कहा कि युवा ही भविष्य का निर्धारण कर सकते हैं. विवि केवल डिग्री प्राप्त करने के लिए नहीं होता. बल्कि व्यक्ति को अपनी क्षमताओं को पहचानना, कमियों को जानना तथा मानवता के लिए अच्छा करना चाहिए. कठिन समय में भी हमें सच के साथ खड़े रहना चाहिए. बीआइटी मेसरा के कुलपति प्रो इंद्रनील मन्ना ने कहा कि हमारा देश युवाशक्ति के रूप में जाना जाता है. सीयूजे के कुलपति डॉ क्षिति भूषण दास ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने भारत को विश्वगुरु बनाने का संकल्प लिया. इसके लिए हमें स्वाभिमान तथा आत्मनिर्भरता के साथ आगे बढ़ना होगा.इस अवसर पर केबी पांडा ने भी अपने विचार रखे. कार्यक्रम में स्वामी विवेकानंद से जुड़ी भाषण, पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया व विजयी प्रतिभागी को पुरस्कृत किया गया. डॉ जया शाही के मार्गदर्शन में मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये. संचालन डॉ उपेंद्र सत्यार्थी ने किया. न्यायाधीश सहित सभी अतिथियों ने परिसर में पौधारोपण किया व पौधों को जल दिया. इस अवसर पर प्रो मनोज कुमार, प्रो आरके डे, प्रो एके पाढ़ी आदि उपस्थित थे.
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