ranchi news : बेरा उगेला अंधेरा छटेला मधुर मधुर बोले ला कोयल मोर जिया डोले ला…
ranchi news : आड्रे हाउस में आयोजित प्रमंडल स्तरीय युवा उत्सव में कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुति दी. इसमें जिला स्तरीय युवा उत्सव में प्रथम स्थान हासिल करनेवाले रांची, गुमला, खूंटी, लोहरदगा, सिमडेगा के कलाकार शामिल हुए.
आड्रे हाउस में दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल स्तरीय युवा उत्सव
रांची. आड्रे हाउस में आयोजित प्रमंडल स्तरीय युवा उत्सव में कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुति दी. इसमें जिला स्तरीय युवा उत्सव में प्रथम स्थान हासिल करनेवाले रांची, गुमला, खूंटी, लोहरदगा, सिमडेगा के कलाकार शामिल हुए. यह आयोजन भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, झारखंड का पर्यटन, कला संस्कृति विभाग और नेहरू युवा केंद्र रांची ने किया. मुख्य अतिथि सहायक समाहर्ता आदित्य पांडेय, विशिष्ट अतिथि परियोजना पदाधिकारी डॉ ऋतु राज, शिक्षाविद कमल बोस थे. इस अवसर पर सोलाे व समूह लाेकगीत, लोकनृत्य, विज्ञान प्रदर्शनी, चित्रकला प्रतियोगिता, कविता और भाषण प्रतियाेगिता का आयोजन हुआ. विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का परिचय दिया. विज्ञान प्रदर्शनी में बच्चों की वैज्ञानिक सोच दिखी. गुमला जिले ने चंद्रयान-3, तो रांची जिले की टीम ने टिकाऊ शहरीकरण के एक मार्ग को प्रदर्शनी के माध्यम से दिखाया. वहीं सिमडेगा ने स्मार्ट विलेज पर प्रोजेक्ट प्रदर्शित किया. सोलो विज्ञान प्रदर्शनी में सेनेटरी पैड की वेंडिंग मशीन भी पेश की गयी.सुर और ताल से झारखंड की कला संस्कृति को बखूबी पिराेया
लोकगीत और लोकनृत्य के मंच पर झारखंड की झलक दिखी. प्रतिभागियों ने सुर और ताल से झारखंड की कला संस्कृति को बखूबी पिराेया. ये हमर बिरसा महान रे… से पूरा परिसर गूंज उठा. बेरा उगेला अंधेरा छटेला मधुर मधुर बोले ला कोयल मोर जिया डोले ला…पर लोकनृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी गयी. खूंटी जिला के कलाकारों ने मुंडारी लोकगीत पर नृत्य पेश किया. वहीं लोहरदगा जिला की टीम ने आधुनिक नागपुरी संगीत पर नृत्य से मन मोह लिया. सिमडेगा जिला के कलाकारों ने नागपुरी लोकगीत पर झूमर नृत्य की प्रस्तुति दी. गुमला जिला के कलाकारों ने उरांव लाेकगीत पर नृत्य की प्रस्तुति दी.नगाड़ा और मांदर की थाप पर सभी थिरके
इस अवसर पर रांची जिला की टीम में शामिल 10 युवतियों ने संताली परिधान में आधुनिक नागपुरी और मुंडारी लोकनृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी. नगाड़ा और मांदर की थाप पर घंटों थिरकते रहे. कलाकारों ने लोटा, मांदर, नगाड़ा, सूप, झाड़ू, हंसुआ और टोकरी आदि के उपयोग से झारखंड की विभिन्न कला संस्कृति व परिवेश का परिचय दिया. लोकनृत्य में खूंटी के अजीत स्वामी, लोहरदगा की आरुषी लकड़ा, गुमला की वीणा कुमारी, सिमडेगा के संदीप धनवार और रांची के अजरा महतो ने प्रस्तुति दी. वहीं एकल लोकनृत्य में खूंटी जिले के मनीष ने भगवान बिरसा मुंडा का रूप धर दर्शकों को भाव-विभोर कर दिया. लोहरदगा के चंद्र प्रकाश भगत और सिमडेगा की नव्या कुमारी ने भी सराहनीय प्रस्तुति दी. गुमला की तन्वी एवं रांची की मीना कुमारी ने अपनी प्रस्तुति से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया.इन विजेताओं को राज्य स्तर पर मिलेगा अवसर
प्रमंडल स्तरीय कार्यक्रम की भाषण प्रतियोगिता में राधिका कुमारी (लोहरदगा), कहानी लेखन में शिवम कुमार प्रजापति (रांची), विज्ञान मेला में सिमडेगा जिला की टीम, सामूहिक लोकगीत में निशा रानी समूह (रांची), एकल गीत में अजय महतो (रांची), कविता लेखन में दीपिका कुमारी (गुमला), एकल नृत्य में मनीष आलोक (खूंटी), समूह नृत्य में संत जोसफ कॉलेज (खूंटी) और पेंटिंग प्रतियोगिता में तुषार पांडे (गुमला) विजेता बने. टॉप थ्री विजेताओं को सम्मानित किया गया. इन विजेताओं को राज्य स्तर पर परफॉर्म करने का अवसर मिलेगा. निर्णायक मंडली में डॉ एम्लीन केरकेट्टा, प्रो कंचन मुंडा, प्रो नेहा तिग्गा, गायिका लीली मुखर्जी और सुषमा नाग ने सहयोग किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है