खासमहाल के विरोध में बंद रहा साहिबगंज
खासमहाल को काला कानून बताते हुए इसे समाप्त करने की मांग साहिबगंज : खासमहाल उन्मूलन समिति की ओर से बुलाये गये बंद का साहिबगंज में व्यापक असर देखा गया. शहर की ज्यादातर दुकानें बंद रहीं. समिति के वरीय सदस्य ललित स्वदेशी व जिप उपाध्यक्ष सुनील यादव के नेतृत्व में अलग-अलग टुकड़ी में बंद समर्थक सड़कों […]
खासमहाल को काला कानून बताते हुए इसे समाप्त करने की मांग
साहिबगंज : खासमहाल उन्मूलन समिति की ओर से बुलाये गये बंद का साहिबगंज में व्यापक असर देखा गया. शहर की ज्यादातर दुकानें बंद रहीं. समिति के वरीय सदस्य ललित स्वदेशी व जिप उपाध्यक्ष सुनील यादव के नेतृत्व में अलग-अलग टुकड़ी में बंद समर्थक सड़कों पर उतरे. बंद समर्थकाें ने इस काले कानून को समाप्त करने की मांग की. जिप उपाध्यक्ष सुनील यादव के नेतृत्व में सैकड़ों युवाओं की टोली पहले चौक बाजार में दीया पट्टी, दर्जी पट्टी, कपड़ा पट्टी, किराना समान पट्टी दुकानें बंद कराने के बाद गांधी चौक, पटेल चौक स्टेशन होते हुए कॉलेज रोड में खुली सभी दुकानों को बंद कराया.
बंद कराने के लिये नारी एकता मंच के संयोजक व वार्ड पार्षद पूनम किरण चौरसिया के नेतृत्व में गंगा पुल निर्माण संघर्ष समिति के अरविंद गुप्ता एवं सिदो कान्हू गंगा पुल निर्माण संघर्ष समिति के केंद्रीय प्रवक्ता रामजी ठाकुर के नेतृत्व में अलग-अलग टीम भी निकली.
खासमहाल के विरोध में…
ज्ञात हो कि शुक्रवार की रात बोदी सिन्हा गुट द्वारा बंद नहीं कराने का अनुरोध माइकिंग के माध्यम से किया गया था. लेकिन शहरवासी ने उक्त अनुरोध को नकार दिया. इस दौरान एक भी बड़े-छोटे वाहन नहीं चले. चाय, पान सहित सभी दुकानें बंद रही. सुबह 8 से लेकर दोपहर 12 बजे तक बंद समर्थक दुकान को बंद कराते देखे गये. वहीं एहतियात के तौर पर नगर थाना प्रभारी राधिका रमन मिंज व अन्य पुलिस बल बंद समर्थक के पीछे पीछे चल रहे थे. सुरक्षा के कड़े इंतजाम किय गये थे.
आंदोलन के अध्यक्ष शिवशंकर झा व ललित स्वदेशी ने बंद को सफल बनाने के लिए जनता को बधाई दी. बंद कराने में जयप्रकाश सिन्हा, विनोद यादव, आनंद मोेदी, मुरलीधर ठाकुर, अरविंद गुप्ता, नंदकिशोर दीवान, श्यामसुंदर पोद्दार, सुनील सिन्हा, संजय पांडेय, एम तिवारी सहित दर्जनों बंद समर्थक टोपी पहन कर बंद कराया. जबकि जिप उपाध्यक्ष सुनील यादव के अलावा अमर चटर्जी, उमेश यादव, सरोज कुमार सहित कई बंद समर्थक शामिल थे. इस बंद से लगभग एक करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ है. सभी दुकानें बंद रहने रिक्शा, ऑटो, टोटो नहीं चलने से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.