सावधान ! भारी पड़ा वॉटे्सएप पर पीएम का मजाक उड़ाना, साहेबगंज का युवक गिरफ्तार,VIDEO
अगर आप वॉटे्सएप और फेसबुक को हल्के में ले रहे हैं, तो संभल जायें. यह आपको सलाखों के पीछे ले जा सकता है. झारखंड के साहेबगंज जिले में एक लड़के ने प्रधानमंत्री को गाली दी और यह वीडियो वायरल हो गया. मजाक -मजाक में शूट किया गया यह वीडियो वायरल हुआ तो कई लोगों ने […]
अगर आप वॉटे्सएप और फेसबुक को हल्के में ले रहे हैं, तो संभल जायें. यह आपको सलाखों के पीछे ले जा सकता है. झारखंड के साहेबगंज जिले में एक लड़के ने प्रधानमंत्री को गाली दी और यह वीडियो वायरल हो गया. मजाक -मजाक में शूट किया गया यह वीडियो वायरल हुआ तो कई लोगों ने आपत्ति की. पुलिस ने उस शख्स को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार शख्स से हाजत में जब सवाल पूछा गया कि तुमने ऐसा क्यों किया ? तो उसका जवाब था – मेरा कोई गलत इरादा नहीं था. मुझे मालूम नहीं था कि यह रिकार्ड भी हो रहा है. मैं दीवाल से सटकर खड़ा था और भावनाओं में बहकर ऐसा कह दिया, किसी ने रिकार्ड कर वॉटे्सएप में डाल दिया.
सोशल मीडिया पर आ चुकी है हेट मैसेज की बाढ़
ऊपर के वीडियो से साफ पता चल रहा है पुलिस द्वारा हिरासत में लिये गये लड़के को अफसोस है लेकिन यह अफसोस तब सामने आया जब युवक पुलिस के हत्थे चढ़ा. ऐसे में सोशल मीडिया को सिर्फ मनोरंजन और अपने भड़ास निकालने का साधन मानने वालोें के लिए संभलने का वक्त है. इस तरह की मिलती -जुलती घटनाओं के लिए देशभर में कई गिरफ्तारियां हो चुकी है.सोशल मीडिया की वजह से सामाजिक ताना-बाना पर बुरा असर पड़ रहा है. कई बार ऐसे वीडियो सही भी होते हैं, कई दफे फर्जी भी. दोनों ही हालत समाज के लिए दुखद है.
अकसर फर्जी वीडियो को वायरल कर किसी पार्टी, समुदाय या विचारधारा को घेरने की कोशिश की जाती है. वीडियो को एडिट कर वायरल करने की कोशिश होती है. हाल ही के दिनों में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए मैच के बाद कई ऐसे फर्जी वीडियो वायरल किये गये, जिसमें ये दिखाया गया कि भारत की हार पर लोग जश्न मना रहे हैं. जांच -पड़ताल के बाद पता चला कि वीडियो फर्जी है. अगर कुछ चंद लोग इस तरह के वीडियो बनाते हैं, तब भी पूरे समुदाय, समाज को कठघरे में खड़ा नहीं किया जा सकता है लेकिन आपके द्वारा चयनित शब्दों का व्यापक असर होता हैं. सोशल मीडिया से दंगा फैलने की कितने खबर सामने आ चुकी हैं.
संवाद का सबसे प्रभावशाली माध्यम है वीडियो
मनोवैज्ञानिकों की माने तो शब्दों से ज्यादा प्रभाव वीडियो का होता है. अमूमन वीडियो देखते वक्त हमारा अवचेतन मन सजग हो उठता है. ध्वनि, वीडियो और स्पेशल इफेक्ट के माध्यम की वजह से यह मन मस्तिष्तक पर जबर्दस्त प्रभाव डालता है.