राजमहल : मोबाइल चोरी के आरोप में फरार साहेब शेख ने तीन साल पहले पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया था और मुख्य धारा से जुड़ कर जीवन बिताने की शपथ भी पुलिस के समक्ष ली थी. अब वह मुख्य धारा से जुड़ चुका है. लेकिन साहेब शेख का अपहरण जिन लोगों ने किया वे कौन थे.
यह चर्चा का विषय बना हुआ है. कहीं ये किसी मोबाइल चोर गिरोह के सदस्य तो नहीं थे, ऐसी चर्चाएं आम हो गयीं हैं. पुलिस को दिये बयान में साहेब ने मोतिउर रहमान, रफीकुल शेख, शहिद शेख, सैफुद्दीन, नाबीर शेख, शेर साहेब, जमील शेख, सलीम शेख सहित 4-5 अज्ञात को अपहरण का आरोपित बनाया है. अपहर्ता भी साहेब पर पुलिस की मुखबिरी का आरोप लगा रहे थे. अब पुलिस के जांच के बाद ही पता चल पायेगा के आरोपित कौन थे. साहेब ने बताया है कि सोमवार शाम करीब दस की संख्या में हथियार बंद अपराधी थे. इतनी बड़ी संख्या में हथियार से लैस होकर आना भी बड़ा मायने रखता है. अंदाजा लगाया जा सकता है कि इलाके में अपराधी कितने बेखौफ हैं.
मोबाइल ट्रेस कर पहुंची पुलिस
साहेब के अपहरण की सूचना के बाद राजमहल थाना प्रभारी ब्रह्मदेव चौधरी के नेतृत्व में पुलिस ने साहेब शेख की मोबाइल ट्रेस करनी शुरू की. छापेमारी के दौरान नकवाटोली आम बगीचा में पुलिस व अपराधियों का आमना सामना हुआ. सात राउंड गोली भी चली.
समय पर नहीं पहुंचती पुलिस तो हो सकती थी साहेब की हत्या थानेदार ब्रह्मदेव चौधरी ने बताया कि साहेब का अपहरण उसकी जान लेने की नियत से किया गया था. वो तो समय पर पुलिस पहुंच गयी थी वरना इसकी जान भी जा सकती थी.
अब भी इलाके में बड़ा मोबाइल चोर गिरोह सक्रिय : राजमहल व राधानगर इलाके में मोबाइल चाेरों का बड़ा गिरोह सक्रिय है. ये बेखाैफ अपनी घटना को अंजाम देते हैं. हालांकि साहेब मुख्य धारा से जुड़ चुका है. शायद यही गिराेह के गले नहीं उतर रहा हो. साहेब के ससुर सैफुद्दीन शेख के बयान पर कांड संख्या 204/17 व थाना प्रभारी ब्रह्मदेव चौधरी के बयान पर कांड संख्या 205/17 में मामला दर्ज किया गया है.