पहाड़ी क्षेत्र में डरे-सहमे लोग रतजग्गा करने को हैं विवश
साहिबगंज : जिले के पहाड़ी इलाकों में लगातार झुंड से बिछड़े हाथी का उत्पात जारी है. साहिबगंज जिले के मंडरो, बोरियो, सदर व तालझारी प्रखंड ज्यादा प्रभावित है. पिछले चार माह से इन क्षेत्र के लोगों को जीना दुश्वार हो गया है. अब तक हाथी ने 10 लोगों की जान ले ली है. ग्रामीणों ने […]
साहिबगंज : जिले के पहाड़ी इलाकों में लगातार झुंड से बिछड़े हाथी का उत्पात जारी है. साहिबगंज जिले के मंडरो, बोरियो, सदर व तालझारी प्रखंड ज्यादा प्रभावित है. पिछले चार माह से इन क्षेत्र के लोगों को जीना दुश्वार हो गया है. अब तक हाथी ने 10 लोगों की जान ले ली है. ग्रामीणों ने बताया कि हाथी न तो आग से न ही आदमी से डरता है. जो भी सामने आता है उसे खदेड़ कर मार डालता है. हाथी के भय से क्षेत्र के ग्रामीण रतजग्गा करने को मजबूर हैं. घरों के बाहर मशाल जला कर रखते हैं.
हाथी भगाओ दस्ता हाथी को भगाने में विफल
जंगली हाथी के उत्पात से परेशान साहिबगंज वन प्रमंडल द्वारा बाकुड़ा व गिरिडीह से हाथी भगाओ दस्ता की टीम को दो माह पूर्व बुलवाया गया था. हाथी को भगाने के कार्य में दस्ता के सदस्य अपने समानों के साथ लगे. लेकिन दस्ता के सदस्यों की एक नहीं चली. एक बार तो हाथी ने दस्ता के एक सदस्य को अपने निशाने पर ले लिया. वह तो भगवान का शुक्र था कि दस्ता के सदस्य अपनी सूझ-बूझ से हाथी के चंगुल से भाग निकले. नहीं तो उनके साथ भी कुछ अनहोनी हो सकता था.
क्या कहते हैं डीएफओ
हाथी को भगाने के लिये दस्ता को बुलाया गया था. लेकिन वह नकाम रहा. नौ अगस्त को हंटर नवाब आ रहे हैं. हंटर ही हाथी को पकड़ सकते हैं.
मनीष तिवारी, डीएफओ, साहिबगंज