हड़ताल से डाक विभाग का काम ठप

आंदोलन . विभिन्न मांगों को लेकर डाक कर्मियों ने खोला मोरचा विभिन्न मांगों को लेकर ग्रामीण डाक कर्मी बेमियादी हड़ताल पर चले गये हैं. कर्मियों ने केंद्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है. कहना है कि अब तक सातवें वेतनमान का लाभ नहीं मिला है. साहिबगंज : खिल भारतीय ग्रामीण सेवक यूनियन संताल परगना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 17, 2017 6:39 AM

आंदोलन . विभिन्न मांगों को लेकर डाक कर्मियों ने खोला मोरचा

विभिन्न मांगों को लेकर ग्रामीण डाक कर्मी बेमियादी हड़ताल पर चले गये हैं. कर्मियों ने केंद्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है. कहना है कि अब तक सातवें वेतनमान का लाभ नहीं मिला है.
साहिबगंज : खिल भारतीय ग्रामीण सेवक यूनियन संताल परगना प्रमंडल दुमका के आह्वान पर बुधवार को साहिबगंज मुख्य डाक घर के सामने प्रमंडलीय अध्यक्ष रमेश चंद्र पांडेय की अगुआई में ग्रामीण डाक सेवक अपनी मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गये. मांगे पूरी नहीं होने से निराश डाक कर्मियों ने केंद्र की नीतियों से बाध्य होकर हड़ताल शुरू कर दी है. प्रमंडलीय अध्यक्ष रमेश चंद्र पांडेय ने बताया कि जीडीएस कमेटी की सिफारिश एवं सप्तम वेतन आयोग द्वारा रिपोर्ट जमा करने के बाद भी सरकार की ओर से अभी तक ग्रामीण डाक कर्मियों को सातवें वेतन का लाभ नहीं मिला.
इसके पूर्व यूनियन के ओर से भारत सरकार एवं डाक विभाग के सचिव को 25 अप्रैल को ही अनिश्चितकालीन हड़ताल की अधिसूचना दी गयी थी. लेकिन डाक विभाग के द्वारा हड़ताल निरस्त करने के लिए 24 अप्रैल को डाक विभाग के उच्च स्तरीय पदाधिकारियों एवं यूनियन के पदाधिकारियों के साथ लिखित समझौता में आश्वासन दिया गया कि जल्द से जल्द ग्रामीण डाक सेवकों को सातवें वेतन का लाभ दिया जायेगा बल्कि तीन महीने बीत जाने के बाद भी अभी तक डाक विभाग और भारत सरकार की ओर से कोई पहल नहीं की गयी. जबकि ग्रामीण डाक सेवकों का सातवें वेतन कमेटी की रिपोर्ट वित्त मंत्रालय में रखा हुआ है. सरकार की नकारात्मक पहलू को देखते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की गयी है. जब तक सरकार हम सभी कर्मियों का समाधान नहीं करेंगे. हड़ताल जारी रहेगा. इस बार आश्वासन से नहीं मानने वाले हैं. इस मौके पर अध्यक्ष रमेश चंद्र पांडेय, सह सचिव सुरेश सिंह, संगठन सदस्य डोमन मंडल, शिवशंकर दास, जयदेव प्रसाद तांती, शेख अजाबुल, महेंद्र मोदी, अशोक कुमार, इस्लाम अंसारी, मंटू ठाकुर, सौरभ झा, ललन कुमार, जियाउल हक, इसहाक, नजरूल हक, मुकेश सिंह, नंद कुमार, राम अवतार यादव, शमशेर आलम, भगवान पासवान, पार्वती कुमारी, सत्यनारायण सहित कई डाक कर्मी मौजूद थे.
क्या है मांगें
जीडीएस कमेटी की रिपोर्ट को जाइजीडीएसयू के द्वारा दिये गये सुझावों को सातवें वेतन के साथ जल्द लागू किया जाये, ग्रामीण डाक सेवकों को पेंशन लागू की जाये केंद्रीय कैट मद्रास बैच के आदेशानुसार जीडीएस को पेेंशन लागू करें, ग्रामीण डाक सेवकों को आठ घंटे कार्य एवं विभागीय करण किया जाये, जीडीएस का टारगेट के नाम से परेशानी एवं उत्पीड़न करना बंद करने की मांग की है.

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