बाढ़ की चपेट में गदई दियारा क्षेत्र
उफान. अनुमंडल क्षेत्र के कई पंचायतों में फैला गंगा का पानी बिहार के कोसी व मिथिलांचल में आयी बाढ़ का असर गंगा के जल स्तर पर भी पड़ रहा है. खतरे के निशान से गंगा 36 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. दियारा के कई पंचायतों में पानी प्रवेश कर गया है. फसलें डूब गयी है. […]
उफान. अनुमंडल क्षेत्र के कई पंचायतों में फैला गंगा का पानी
बिहार के कोसी व मिथिलांचल में आयी बाढ़ का असर गंगा के जल स्तर पर भी पड़ रहा है. खतरे के निशान से गंगा 36 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. दियारा के कई पंचायतों में पानी प्रवेश कर गया है. फसलें डूब गयी है.
राजमहल/ तालझारी : बिहार के कोसी व मिथिलांचल में आयी बाढ़ का असर गंगा में दिख रहा है. गंगा का जल स्तर लगातार बढ़ने के कारण राजमहल अनुमंडल क्षेत्र के कई पंचायतों में गंगा का पानी लोंगो के घरों में घुसना शुरू हो गया है. इस कारण संबंधित पंचायत के लोगों के सामने बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी है. शुक्रवार को गंगा का जल स्तर 25.200 मीटर दर्ज किया गया. जबकि खतरे का निशान 24.838 मीटर है. राजमहल प्रखंड के गदाई दियारा पंचायत के नाथुटोला, रामानंदटोला, रघुवीरटोला, नारायणटोला, अषाढ़ी टोला व रामवचन टोला के घर में पानी आ चुका है.
बाढ़ का पानी से गदाई दियारा पंचायत के लगभग 500 परिवार प्रभावित है. बाढ़ के पानी घरों में घुसने से ग्रामीण व मवेशियों को खाने पीने की वस्तु व्यवस्था करने में काफी कठिनायों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं गंगा का जल स्तर बढ़ने से खेत में लगे फसल डूब चुकी है. जहां बाढ़ का पानी बढ़ने से किसानों को बसेरा की चिंता सता रहीं है. वहीं फसल डूब जाने से ओर चिंता सताने लगी है. घरों में पानी घुसने से लोग रोजमरा के काम के लिए टीना का नाव का सहारा ले रहे हैं. वहीं ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन के लोग निरीक्षण करने आये थे. प्रभावित लोगों ने बाढ़ से बचाने के लिए सुरक्षित स्थान, बाढ़ राहत सामग्री, पशु चारा व नाव व्यवस्था कराने की मांग की है.