घोड़ा पहाड़ी पर बिखरी है कटी हुई कीमती लकड़ियां
गोरखधंधा. पतना में बदस्तूर जारी है वनों की कटाई पेड़ों की कटाई से बर्बाद हो रहे जंगल हरे भरे पेड़ों को काट रहे लकड़ी माफिया पतना : इलाके के लकड़ी माफिया के नापाक इरादों से आसपास के जंगल बर्बाद हो रहे हैं. यहां का घोड़ाघाटी पहाड़ कीमती लकड़ियों के जंगल के रूप में जाना जाता […]
गोरखधंधा. पतना में बदस्तूर जारी है वनों की कटाई
पेड़ों की कटाई से बर्बाद हो रहे जंगल
हरे भरे पेड़ों को काट रहे लकड़ी माफिया
पतना : इलाके के लकड़ी माफिया के नापाक इरादों से आसपास के जंगल बर्बाद हो रहे हैं. यहां का घोड़ाघाटी पहाड़ कीमती लकड़ियों के जंगल के रूप में जाना जाता है. लेकिन माफिया इसे उजाड़ रहे हैं. पहाड़ पर लकड़ियों की सैकड़ों सिल्ली रखा गया है. लेकिन इसकी जानकारी तनिक भी वन विभाग को नहीं है.
पहाड़ के पांच जगहों पर एेसी लकड़ियां जमा किये गये हैं, वो भी कीमती. आसपास के ग्रामीणों ने बताया कि लकड़ी काटने वाला गिरोह पिछले कई महीनों से हरे भरे पेड़ को काट रहा है. लकड़ी माफिया रात के अंधेरे में इसे छोटे-बड़े गाड़ियों से लोड कर बरहरवा व पाकुड़ जिले के हिरणपुर प्रखंड से होते हुए पश्चिम बंगाल भेज देते हैं. लकड़ी माफिया आये दिन इन पहाड़ों पर अड्डा जमाये रहते हैं और वनों की अंधाधुंध कटाई करते हैं.
पश्चिम बंगाल में बिकतीं हैं लकड़ियां : इन बेशकीमती लकड़ियों को ऊंचे दामों में पश्चिम बंगाल के फरक्का व कलियाचक में भेज देते हैं. इस कार्य में पतना प्रखंड के रांगा बरहरवा व बरहेट के अलावे हिरणपुर के भी कुछ माफिया मुख्य रूप से सक्रिय हैं. सवाल यह उठता है कि पतना प्रखंड में वनों की अंधाधुंध कटाई वन माफिया कर रहे हैं. वन विभाग को इसकी भनक तक नहीं है. इस प्रकार की लापरवाही से वन विभाग के ऊपर लोग सवाल उठा रहे हैं.