नगर को स्वच्छ रखनेवाला तंत्र खुद बीमार
उदासीनता . रख-रखाव के अभाव में जंग खा रहे लाखों के उपकरण साहिबगंज : साहिबगंज शहर को साफ व सुंदर रखने का जिम्मा नगर परिषद के सफाई विभाग का है. रख-रखाव के अभाव में सफाई उपकरण खराब पड़े हैं. इस कारण शहर को साफ रखनेवाला तंत्र खुद बीमार नजर आ रहा है. सफाई नहीं होने […]
उदासीनता . रख-रखाव के अभाव में जंग खा रहे लाखों के उपकरण
साहिबगंज : साहिबगंज शहर को साफ व सुंदर रखने का जिम्मा नगर परिषद के सफाई विभाग का है. रख-रखाव के अभाव में सफाई उपकरण खराब पड़े हैं. इस कारण शहर को साफ रखनेवाला तंत्र खुद बीमार नजर आ रहा है. सफाई नहीं होने के कारण शहरवासी नगर परिषद को कोस रहे हैं. गौरतलब है कि साहिबगंज की आबादी करीब एक लाख है. अलग झारखंड बनने के बाद नगर पालिका से नगर परिषद में बदल गया.
समय भी बदलता गया और सफाई के लिए नये-नये उपकरण का उपयोग हाेने लगा. शहर की सफाई व्यवस्था के लिए पर्याप्त संख्या में ट्रॉली, ट्रैक्टर, स्केमेंजर, सेफटीक ट्रैक, क्लीनर सहित कई आधुनिक सामानों की खरीदी लाखों रुपये से की गयी,
लेकिन रख-रखाव के अभाव में ये मशीनें खराब पड़ी हैं. बता दें कि पहले शहर की सफाई में दो ट्रैक्टर का उपयोग होता था. अधिक काम मैन पावर से कराया जाता है. पूरा शहर स्वच्छ दिखता, परंतु ठीक उसके विपरीत सफाई की व्यवस्था रहने के बावजूद नगर परिषद सिर्फ सामान खरीदारी करने तक ही सीमित रह गयी. मशीनों का उपयोग नहीं हो रहा है. इससे लाखों रुपये के सामानों में जंग लग रहा है.
नहीं हो रहा सेफ्टी क्लीनर का उपयोेग : पांच वर्ष पूर्व सेफ्टीक शौचालय की सफाई के लिए लाखों रुपये की लागत से नगर परिषद ने टैंक क्लीनर की खरीदारी की थी. उपयोग के अभाव में टैंक आज भी शोभा की वस्तु बन रह गयी है. सूत्रों के अनुसार खरीदारी के बाद मात्र एक मकान के टैंक की सफाई की गयी है. इसके बाद मशीन में खराब हो गया. खराबी दुरुस्त कर ली गयी, पर उपयोग में नहीं लाया गया. विभाग के अनुसार टैंक सफाई करने के बाद मलबा फेंकने का कोई निश्चित स्थान नहीं है. इस कारण टैंक का उपयोग नहीं किया जा रहा है.
उपयोग नहीं लाया जा रहा लोडर : नगर परिषद द्वारा स्टेडियम के निकट पुराना नवोदय विद्यालय के बिल्डिंग में रखा गया डोजर का उपयोग अब तक नहीं किया गया है. 15-16 लाख की लागत से शहर में कचरा उठाने के उद्देश्य से ट्रैक्टर युक्त डोजर की खरीदारी की गयी थी. अब लाखों की मशीन नगर पर्षद के गोदाम में पड़ी है.
नहीं हो रहा फॉगिंग मशीन का उपयोग
लाखों रुपये से खरीदी गयी फॉगिंग मशीन नगर पर्षद के कूड़ाखाना में धूल फांक रही है. मौसम बदलते ही शहर में फॉगिंग की आवश्यकता बढ़ गयी. दिनों दिन समय बदल रहा है. तो नयी नयी बीमारियां भी पांव पसार रही हैं. पहले मलेरिया से लोग पीड़ित होते थे, परंतु आज के दिनों में मलेरिया, टाइफाइड, ब्रेन मलेरिया और फिर डेंगू, चिकनगुनिया का भी असर बढ़ रहा है.
क्या कहते हैं नप इओ
मेरी जानकारी में नहीं है. जांच कर या रखरखाव के खराब पड़ी मशीन को दुरुस्त करा कर उपयोग में लाया जायेगा.
अमित प्रकाश, इओ सह एसडीओ, नप, साहिबगंज
क्या कहते हैं नप अध्यक्ष
तकनीकी खराबी के कारणों से कुछ सामानों को रखा गया है. बहुत जल्द सभी उपकरण का उपयोग किया जायेगा.
राजेश प्रसाद गोंड, अध्यक्ष, नप, साहिबगंज
उपकरण के बावजूद शहर में कचरा का अंबार
नगर परिषद के पास शहर की सफाई के लिए विभिन्न प्रकार के आधुनिक यंत्र पड़े हैं. इसका उपयोग नहीं किया जा रहा है. इस कारण शहर में गंदगी का अंबार लगा है. विभाग के अनुसार ऐसे सामानों की खरीदारी नगर विकास विभाग के निर्देश पर खरीद हो जाती है, परंतु यंत्रों के चलाने के लिए कोई दिशा निर्देश नहीं दिया जाता है. साथ ही रखरखाव के अभाव में उपकारण खराब पड़े हैं.